राम नवमी के अवसर पर देश भर के कई राज्यों में हुए सांप्रदायिक हिंसा को लेकर समाचार चैनलों पर डिबेट हो रही है। इस मुद्दे पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी अपनी टिप्पणी करने में पीछे नहीं हैं। वह टीवी चैनलों पर बैठकर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। उन्हीं को लेकर टाइम्स नाउ नवभारत चैनल के एंकर सुशांत सिन्हा ने ट्वीट किया कि ओवैसी ने मेरे शो में न आने के लिए असदुद्दीन ओवैसी ने हाथ जोड़ लिए हैं। जिस पर यूजर रिएक्शन देने लगे।
एंकर का ट्वीट : सुशांत सिन्हा द्वारा लिखा गया कि ओवैसी तो बहुत कमजोर दिल निकले। एक शो में उनसे कुछ तीखे सवाल क्या पूछ लिए, उन्होंने तो मेरे शो पर आना ही बंद कर दिया। आज भी चैनल चैनल घूम कर रामनवमी पर चले पत्थरों पर तर्क देते रहे पर मेरे शो पर आने के लिए पूछा गया तो गेस्ट कोऑर्डिनेटर से तो हाथ जोड़ लिए।
लोगों की प्रतिक्रियाएं : नोमान अहमद नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि इसी तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टैग करके सवाल क्यों नहीं पूछते हो? आयुष कुमार नाम के एक यूजर लिखते हैं – ओवैसी बहुत चालाक नेता है। उन्हें पता है कि यहां पर रसगुल्ले जैसे नहीं बल्कि तीखे सवाल किए जाएंगे इसलिए आने से कतराते हैं। उदित नारायण अवस्थी ने कमेंट किया, ‘ पूरी कायनात में दो ही मजबूत दिलवाले हैं। एक आप जो सत्ता से प्रश्न नहीं करते दूसरे मोदी जी जो किसी प्रश्न का जवाब नहीं देते।
आमिर नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि आप से भी जब कुछ लोग तीखे सवाल पूछ लेते हैं तो ब्लॉक कर देते हो। इस दुनिया में सब का वही हाल है। यूनुस कुमार कहते हैं कि ऐसी डिबेट में कौन ही आना चाहेगा, जहां पर एक ही व्यक्ति का तर्क और दलील दी जाती हो। संजीव कुमार ने कमेंट किया कि अगर डिबेट के दौरान एक ही व्यक्ति की बात सुनी जाएगी तो कुछ दिन बाद किसी भी दल का नेता टीवी पर नहीं बैठेगा।
रामनवमी पर हुई हिंसा पर असदुद्दीन ओवैसी ने दिया है ऐसा बयान : ओवैसी ने रामनवमी के दिन देश के कई हिस्सों में हुई हिंसा को लेकर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा है कि किसी को भी घर किया जा रहा है, किसी को दाढ़ी रखने पर मारा पीटा जा रहा है। देश की सरकारें क्या कर रही हैं? इसके साथ ही उन्होंने न्यायालय पर सवाल उठाते हुए कहा कि अदालतों को ताला मार दो, जजों को घर में बिठा दो। अब जो बीजेपी करेगी वही होगा।