नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा शुरू की गए ‘ हर घर तिरंगा’ अभियान को लेकर कांग्रेस हमलावर है। एक तरफ बीजेपी के नेताओं ने अपने डिस्प्ले पिक्चर पर केवल तिरंगे की तस्वीर लगाई है तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस नेताओं ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के हाथ में तिरंगा पकड़े वाली फोटो लगाई है। जिस पर जमकर सियासत हो रही है। खास लोगों से लेकर आम सोशल मीडिया यूजर्स तक इस पर रिएक्शन देते नजर आ रहे हैं।
एंकर सुशांत सिन्हा ने किया ऐसा ट्वीट
टाइम्स नाउ नवभारत चैनल के एंकर सुशांत सिन्हा ने कमेंट किया, ‘सरनेम में में गांधी लगाएंगे लेकिन डीपी पिक्चर में लगाते वक़्त गांधीजी को भूलकर नेहरू जी याद आएंगे। खून का रिश्ता खून का ही होता है। गजबे है।’ ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के विषय पर सोशल मीडिया पर इसी तरह के कई कमेंट आ रहे। कुछ लोग बीजेपी पर सवाल उठा रहे हैं तो वहीं कुछ लोग कांग्रेस को कटघरे में खड़ा कर रहे।
लोगों के रिएक्शन
अनुपम का नाम के एक ट्विटर यूजर द्वारा कमेंट किया गया कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री की अगर तिरंगा लगाए हुए तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही है तो इसमें किसी को क्या समस्या हो रही। अशोक कुमार पांडे नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘ जिनके पास इतिहास होगा, जिनके पुरखों ने शान से तिरंगा फहराया होगा। जिनके खानदान ने आजादी की लड़ाई में कुर्बानी दी होगी, वही अपने इतिहास, पुरखों और परिवार पर गर्व कर सकेंगे। जिनके परिवार का कोई इतिहास नहीं होगा, जिनके पुरखों ने गद्दारी की होगी। वे इतिहास के नाम पर शर्माएंगे ही।’
कांग्रेस नेताओं ने उठाया है सवाल
‘हर घर तिरंगा’ अभियान पर कांग्रेस नेताओं ने नरेंद्र मोदी सरकार को घेरने की कोशिश की है। पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने कहा, ‘जयराम रमेश ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पंडित नेहरू के साथ तिरंगा वाली डीपी लगाने के बाद RSS पर हमला बोलते हुए लिखा कि वर्ष 1929 के लाहौर अधिवेशन में रावी नदी के तट पर झंडा फहराते हुए पंडित नेहरू ने कहा था, ‘एक बार फिर आपको याद रखना है कि अब यह झंडा फहरा दिया गया है। जब तक एक भी हिंदुस्तानी मर्द, औरत, बच्चा जिंदा है, यह तिरंगा झुकना नहीं चाहिए।’ देशवासियों ने ऐसा ही किया।’
संबित पात्रा ने कांग्रेस पर किया पलटवार
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस द्वारा सोशल मीडिया प्रोफाइल पर पंडित जवाहरलाल नेहरु की हाथ में तिरंगा लिए हुए तस्वीर डीपी के तौर पर लगाए जाने के लिए आड़े हाथ लेते हुए कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को परिवार से बाहर सोचना चाहिए और अपने नेताओं को तिरंगे के साथ लगाने की अनुमति दे देनी चाहिए।