पैक्ड फूड पर पांच फिसदी जीएसटी लगाने के फैसले पर विपक्षी दल नरेंद्र मोदी सरकार पर हमलावर है। विपक्ष का कहना है कि सरकार अब दाल रोटी पर भी टैक्स वसूल रही है। इसी विषय पर हो रही एक चर्चा के दौरान एंकर सुशांत सिन्हा ने समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया से सवाल किया कि जीएसटी काउंसलिंग की बैठक में विपक्षियों ने इस पर आपत्ति क्यों नहीं ली। जिसका उन्होंने जवाब दिया।
एंकर ने पूछा ऐसा सवाल
दरअसल, यह टीवी डिबेट समाचार चैनल ‘टाइम्स नाउ नवभारत’ चैनल पर हो रही थी। जिसमें सपा प्रवक्ता बीजेपी पर जमकर निशाना साध रहे थे। इस दौरान एंकर ने भदौरिया से पूछा, ‘आपका कोई भी वित्त मंत्री जीएसटी काउंसिल की बैठक में शामिल नहीं था लेकिन अन्य विपक्षी दल तो उसमें शामिल थे। वहां पर इसको लेकर सवाल क्यों नहीं उठाया गया? इसके जवाब में अनुराग भदौरिया ने कहा कि जनता ने भारतीय जनता पार्टी को चुना है।
सपा नेता ने बीजेपी पर साधा निशाना
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी ने वादा किया था, जनता की इनकम दुगनी करेंगे, किसानों को फायदा पहुंचाएंगे और नौजवानों को रोजगार भी देंगे। ऐसे में महंगाई कम करना तो सरकार की जिम्मेदारी है, अब सरकार विपक्ष पर तरह-तरह के आरोप क्यों लगा रही है। एंकर ने उनके जवाब पर पूछा कि जीएसटी काउंसलिंग में तो विपक्षी दल के लोग भी शामिल थे? जब विपक्ष को पता है कि 5% जीएसटी बढ़ाना, जनता का गला दबाने जैसा है तो वहां पर क्यों सवाल नहीं हुआ?
विफर पड़े एंकर
अनुराग भदौरिया ने कहा कि सरकार सारे फैसले अपने दम पर करती है। इन्होंने लॉकडाउन किसी से भी बिना पूछे लगा दिया था। एंकर ने विफरते हुए अनुराग भदौरिया से कहा, ‘ मैं गलत का साथ नहीं दूंगा। विपक्ष के बिना जीएसटी काउंसिल में यह फैसला लिया ही नहीं जा सकता। आप यहां पर गलत बात को डिफेंड करने में लगे हुए हैं।’ सपा प्रवक्ता ने इस पर कहा कि उसमें तो सरकार के लोग भी शामिल थे तो उन्होंने अपनी जिम्मेदारी क्यों नहीं निभाई।
वित्त मंत्री ने दिया है यह जवाब
विपक्षी द्वारा उठाए जा रहे सवाल पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि जीएसटी काउंसलिंग की बैठक में राज्यों के प्रतिनिधि मौजूद थे। जब जीएसटी रेट के सरलीकरण को लेकर बनी ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स ने 28 जून, 2022 को काउंसिल की बैठक के समक्ष यह मुद्दा रखा था। उस समय सभी राज्यों की इस निर्णय के साथ सहमति थी।
