श्रीनगर में सीआरपीएफ के एक जवान ने अपना खाना एक भूखे भिखारी को दे दिया, जिसके बाद लोग उस जवान की जमकर तारीफ कर रहे हैं। इस घटना का जिक्र माजिद हैदरी नाम के एक पत्रकार ने अपनी फेसबुक पोस्ट के जरिए किया है। माजिद हैदरी ने लिखा, “फेरान पहने एक व्यक्ति को श्रीनगर पुलिस हेडक्वॉर्टर के पास सीआरपीएफ जवान के पास रेंगते हुए देखा गया। पहली नजर में यह देखकर ऐसा लगा कि कोई गरीब कश्मीरी फिर से अपने अधिकारों के लिए बोलने का शिकार हुआ है, जिसके लिए कश्मीर में पैरा मिलिट्री फोर्सेस मशहूर है। सीआरपीएफ जवान गरीब आदमी से कुछ कह रहा था।”
माजिद ने लिखा, “पीर बाग ब्रिज के पास खड़े दो व्यक्ति मुझे जानते थे। उनसे मामला जानने के लिए मैंने अपनी बाइक की रफ्तार धीमी की। इससे पहले कि मैं कुछ जानकारी ले पाता, सीआरपीएफ जवान उनके पास पहुंचा और उनसे पूछने लगा कि क्या तुम्हारे पास खाने के लिए रोटी है, लेकिन वहां खड़े लोगों ने ना में जवाब दिया। सीआरपीएफ जवान ने वहां से गुजर रहे अन्य लोगों से भी खाने के लिए कुछ चीज के बारे में पूछा, लेकिन किसी के पास से कुछ नहीं मिला। इसने मुझे प्रभावित किया और मैं कुछ देर तक यह सब देखता रहा। आखिर में सीआरपीएफ जवान ने अपने पास से केला निकालकर उस भूखे भिखारी को दिया, जो खुद उसके अपने लंच के लिए था। जवान ने भिखारी से कहा, ‘ये लो भाई खा लो’।”
वहीं, सीआरपीएफ जवान द्वारा एक भूखे भिखारी के लिए इतनी सहानुभूति और मानवता देख सोशल मीडिया यूजर्स उसकी काफी तारीफ कर रहे हैं। माजिद हैदरी के पोस्ट के अनुसार, इस सीआरपीएफ जवान का नाम सुजीत कुमार है, जो बिहार का रहने वाला है। सीआरपीएफ जवान की तारीफ करते हुए एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा, “इंसान हर जगह हैं, लेकिन इंसानियत कुछ ही दिखाते हैं।” एक ने लिखा, “यह इनकी पोशाक है जो कश्मीर में उनके लिए नफरत पैदा करती है, लेकिन वे भी इंसान हैं।” एक ने लिखा, ‘बहुत शानदार।’ इसी तरह ट्विटर पर भी कई लोग पत्रकार माजिद के पोस्ट को शेयर करते हुए सीआरपीएफ जवान की खूब तारीफ कर रहे हैं।
This CRPF jawan gave his own food to a crawling physically challenged man. Journalist @Majid_Hyderi witnessed it and described the entire event. A generous act by this jawan. And it is true at the end of the day humans will always be humans no matter how different we maybe. pic.twitter.com/S2WH3ttAnP
— Shuja-ul-haq (@ShujaUH) March 15, 2018
Wish he face no stones on his head. Humanity like this is need of the hour from both sides.
— Ashfaq Banday (@AshfaqBandey) March 15, 2018
After all the crpf guy thousands of kilometres from home just to earn his bread…Is human too
— The pacifier (@aabie9) March 16, 2018
Hats off !!
— SUDHIR CHAND (@cfriendz4ever) March 16, 2018
Saluteto him by heart
— Ravindra Puttewar Managing Director (@aditiit) March 15, 2018