वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे को लेकर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (असदुद्दीन ओवैसी) का कहना है कि वह एक और मस्जिद को शहीद नहीं होने देंगे। उनके इसी बयान पर अपने एक लाइव शो में चर्चा कर रहे टाइम्स नाउ नवभारत चैनल के एंकर सुशांत सिन्हा (Sushant Sinha) उन पर भड़क गए। एंकर द्वारा सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो पर लोग भी कमेंट्स कर रहे हैं।
दरअसल, सुशांत सिन्हा ने अपने शो में दावा किया कि तेलंगाना में मस्जिद तोड़ी गई लेकिन ओवैसी ने कुछ नहीं किया। उन्होंने दावा किया कि हैदराबाद में जुलाई 2020 में नया सचिवालय बनाने के लिए 1 मस्जिद गिराई गई थी। सुशांत सिन्हा ने भड़कते हुए कहा कि तब कयामत नहीं आई थी, मस्जिद तो गिरा दी गई थी। यहां पर बड़ी-बड़ी बात करने वाले ओवैसी से हैदराबाद के मुसलमानों को यह सवाल करना चाहिए।
एंकर ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि वहां तो फ्लावर थे और यहां पर फायर बन गए हैं क्योंकि वहां पर इनके पसंद का मुख्यमंत्री हैं। शो के वीडियो को शेयर कर सुशांत सिन्हा की ओर से लिखा, ‘ जब ‘कयामत’ भी आई, मस्जिद भी गिरी लेकिन श्रीमान ओवैसी कुछ ना कर सकें। ज्ञानवापी पर फायर बनकर घूम रहे ओवैसी का फ्लावर रूप देख लीजिए।
लोगों के रिएक्शन : सुशील शर्मा नाम से एक टि्वटर हैंडल से लिखा गया – ओवैसी से सवाल करने वाले में सुशांत सिन्हा जैसा फायर होना चाहिए। इस फायर के आगे सभी चुप हो जाते हैं। आदित्य पाठक नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘ फ्लावर समझे क्या… ओवैसी साहब को तो गजब ही समझा दिया है।’ किशोर कुमार नाम के एक यूजर ने असदुद्दीन ओवैसी को टैग करते हुए सवाल किया कि हर बात पर बोलने वाले, जरा इस पर भी दो शब्द बोल दीजिए।
ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने दिया है ऐसा बयान : ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे के बाद हिंदू पक्ष ने दावा किया कि मस्जिद के वजू खाने में शिवलिंग पाई गई है। जिसको लेकर ओवैसी ने कहा कि यह 1991 के एक्ट का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि इस एक्ट के अनुसार किसी भी धार्मिक स्थान का जो 15 अगस्त 1947 को थी। उसका नेचर और कैरेक्टर नहीं बदला जा सकता है। उन्होंने कहा कि लोअर कोर्ट ने इस मामले में जल्दबाजी की है।