लोक सभा चुनाव 2019 से पहले सर्वे आने का दौर शुरु हो चुका है। चुनाव के मद्देनजर भाजपा और कांग्रेस सहित सभी पार्टियां तैयार होने लगीं हैं। हालांकि इस सबसे लोकतंत्र में पार्टियों और कैंडीडेट का भाग्य तय करने वाली जनता का रुख इस सर्वे में जो दिखया गया है, उसका एक हिस्सा बड़ा चौंकाने वाला है। सर्वे में सामने आया है कि देश के सबसे ज्यादा चर्चित विषय राफेल के बारे में आधे लोगों को पता ही नहीं है। यह सर्वे इंडिया टुडे के लिए पॉलिटिकल स्टॉक एक्सचेंज के तहत किया गया और यह गुजरात पर आधारित है। इसमें पीएम मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष, गुजरात सीएम विजय रुपाणी, राफेल मुद्दा और स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को शामिल किया। इस दौरान गुजरात के सभी 26 संसदीय क्षेत्रों में फोन पर फीडबैक लिया गया। सर्वे 10 से 16 जनवरी 2019 के बीच हुआ। इसमें 3255 प्रतिभागियों का फीडबैक लिया गया।
सर्वे में सबसे चौंकाने वाला पहलू राफेल का रहा। राफेल डील के बारे में पूछे जाने पर 51 फीसदी प्रतिभागियों ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। वहीं 38 फीसदी लोगों ने इसके बारे में सुना है। इन 38 फीसदी लोगों में से 21 प्रतिशत का मानना है कि राफेल डील में भ्रष्टाचार हुआ है। वहीं 49 परसेंट का मानना है कि भ्रष्टाचार नहीं हुआ। सर्वे में 30 फीसदी प्रतिभागी इस बारे में साफ तौर पर नहीं बता सके।
पॉलिटिकल स्टॉक एक्सचेंज सर्वे में 62 फीसदी प्रतिभागियों ने नरेंद्र मोदी को पीएम के लिए पहली पसंद बताया। सितंबर अक्टूबर में मोदी को पीएम पद पर 61 प्रतिशत वोटर देखना चाहते थे। वहीं, जनवरी के पॉलिटिकल स्टॉक एक्सचेंज सर्वे में 28 फीसदी वोटर राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद पर देखना चाहते हैं। तीन महीने पहले हुए सर्वे में भी 28 फीसदी वोटर ही राहुल के समर्थन में थे।
पीएम मोदी के साथ केंद्र सरकार के कामकाज से संतुष्ट लोगों का आंकड़ा भी बढ़ा है। सर्वे में 56 प्रतिशत वोटर केंद्र के कामकाज से संतुष्ट हैं। तीन महीने पहले हुए सर्वे में 52 फीसदी लोग संतुष्ठ थे। जबकि 17 परसेंट प्रतिभागियों असंतुष्ट हैं। तीन महीने पहले हुए सर्वे में केंद्र सरकार के कामकाज से 22 फीसदी लोग असंतुष्ट थे।
वहीं, इस सर्वे में एक और चौंकाने वाली बात है। सर्वे में बताया गया है कि गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी की लोकप्रियता में गिरावट आई है। विजय रुपाणी मुख्यमंत्री 44 प्रतिशत वोटर्स की पहली पसंद हैं। जबकि सितंबर अक्टूबर के सर्वे में 48 फीसदी वोटरों ने मुख्यमंत्री विजय रुपाणी को सीएम के लिए पहली पसंद बताया था। इस लिहाज से रुपाणी की लोकप्रियता में बीते तीन महीने में 4 परसेंट की गिरावट आई।
पॉलिटिकल स्टॉक एक्सचेंज सर्वे में शामिल हुए 45 फीसदी लोगों ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को राज्य का गौरव बताया। वहीं 37 फीसदी लोगों ने इसे पर्यटन के लिहाज से उठाया गया अच्छा कदम बताया। सर्वे के 16 परसेंट लोगों ने मूर्ति को फिजूल खर्च करार दिया। जबकि 2 प्रतिशत प्रतिभागियों ने इस पर कोई साफ बात नहीं रखी।