तवांग में भारतीय-चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प (Clash between Indian-Chinese soldiers) के मुद्दे पर जमकर राजनीति हो रही है। विपक्ष लगातार सरकार पर सवाल उठा रहा है और सदन में चर्चा की मांग कर रहा है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक पुराना वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें भारतीय सेना (Indian Army) के जवान चीनी सैनिकों को खदेड़ते नजर आ रहे हैं। विपक्ष द्वारा सवाल पूछे जाने और सरकार पर हमला किए जाने पर पत्रकार सुधीर चौधरी (Sudhir Chaudhary) ने सवाल उठाया है।

सुधीर चौधरी ने किया ट्वीट

सुधीर चौधरी ने ट्वीट कर लिखा है,’तवांग हिंसक झड़प (Tawang Clash) का मुद्दा उस कैच की तरह है जो ऊंघते हुए फ़ील्डर की झोली में एक लड्डू की तरह आकर गिर जाता है। विपक्ष के नेता अब यही तैयारी कर रहे हैं कि इस कैच से मैच कैसे जीता जाए। सीमा पर तैनात हमारे जवान और उनके परिवारों को इससे बहुत ठेस पहुंचती होगी।’ सोशल मीडिया पर लोग इस पर टिप्पणी कर रहे हैं।

यूजर्स की प्रतिक्रियाएं

@Yadavnandu6 यूजर ने लिखा कि ठेस तो इससे कहीं ज्यादा पहुंचती है कि जब हमारे बहादुर मां भारती के सपूत, जांबाज दुश्मन से लड़ते हैं और अपना बलिदान तक दे देते हैं गलवान घाटी में लेकिन एक कमजोर नेतृत्व ये कहकर उनके बलिदान का अपमान कर देता है कि हमारे सीमा में कोई नहीं घुसा था। @ShriBachare यूजर ने लिखा कि सरकार की गलत नीति के कारण सेना के जवानों का ये हाल हो रहा है। हर वो आदमी देश का दुश्मन है जो चीन पर सरकार से सवाल नहीं पूछ रहा।

@ARVINDUDAIPUR27 यूजर ने लिखा कि जब सरकार कमज़ोर हो तो सीमाओं पर दुश्मन हमले करता है और जब मीडिया कमज़ोर हो तो तानाशाह लोकतंत्र पर हमला करता है। @TweeterRaviS यूजर ने लिखा कि सवाल सेना पर नहीं बल्कि सरकार से है कि कब तक हम चीन की हरकतों को दरकिनार करते रहेंगे, आयात बढ़ाते रहेंगे। कब लाल आंख दिखाई जाएगी? कब चीन पर सर्जिकल स्ट्राइक की जाएगी? @Standwithtrut14 यूजर ने लिखा कि काश इस तरह का ट्वीट करने की हिम्मत 2014 से पहले दिखाते, 26/11 के हमले के वक्त बीजेपी के नेताओं ने कितनी घटिया राजनीति की थी, क्या उस समय हमारे जवान और उनके परिवारों को इससे बहुत ठेस नहीं पहुंची होगी?

बता दें कि तवांग में हुई झड़प पर लोकसभा में राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने कहा कि चीन ने LAC की यथास्थिति को बदलने की कोशिश की, जिसका भारतीय जवानों (Indian Army) ने बहादुरी से मुकाबला किया और चीन की सेना को वापस अपनी पोस्ट पर जाने को मजबूर किया। उन्होंने बताया कि झड़प में दोनों तरफ के सैनिक घायल हुए हैं लेकिन इस झड़प में एक भी भारतीय जवान न तो शहीद हुआ है और ना ही कोई गंभीर रूप से घायल है।