भारत और पाकिस्तान के बीच हुई एशिया कप के दूसरे मुकाबले में भारत को हार का सामना करना पड़ा। भारत को मिली हार के बाद एंकर सुधीर चौधरी ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और BCCI की तुलना करते हुए हार पर सवाल उठाया था। सुधीर चौधरी ने यह कहा था कि पाकिस्तान के लोग घृणा और बदले की भावना से बदले हुए हैं। चौधरी के इस ट्वीट पर लोगों ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी है और यूजर्स उनकी परवेज मुशर्रफ और नवाज शरीफ के साथ की तस्वीर शेयर करने लगे। 

भारत की हार पर क्या बोले थे सुधीर चौधरी?

भारतीय और पाकिस्तानी क्रिकेट बोर्ड की तुलना करते हुए सुधीर चौधरी ने कहा था कि पाकिस्तानी घृणा और बदले की भावना से भरे हुए हैं। भारत को हराने के लिए वो वर्ड कप को भी छोड़ सकते हैं। सुधीर चौधरी के इस ट्वीट पर कई लोगों ने अपना विरोध जताया और खेल को खेल के नजरिए से देखने की सलाह दी थी। 

परवेज मुशर्रफ और नवाज शरीफ के साथ तस्वीर पर सफाई

विजय फुलारा नाम के यूजर ने लिखा सुधीर चौधरी की परवेज मुशर्रफ और नवाज शरीफ के साथ की तस्वीर को शेयर कर लिखा कि खेल, खेल भावना से खेला जाना चाहिए नफरत से नहीं। इस पर जवाब देते हुए सुधीर चौधरी ने लिखा कि ये जो दो फोटो आपने यहां लगाई है, ये इस बात का सबूत हैं कि मैं जब नवाज शरीफ और परवेज मुशर्रफ से मिला था तो सम्बंध मधुर करने की मंशा से ही मिला था। खेल भावना बढ़ाने के लिए ही मिला था। मेरे मन में तब भी नफरत नहीं थी लेकिन बाद में अहसास हुआ ये संभव ही नहीं है। वरना क्यों मिलता?

लोगों की प्रतिक्रियाएं

सुधीर चौधरी के जवाब पर @bobbypradhan30 यूजर आईडी की तरफ से लिखा गया कि क्या प्रधानमंत्री थे? क्या कोई मंत्री थे ? क्या कोई राजनियक अधिकारी थे? देश से गद्दारी करने गए थे या मधुर संबंध के लिए, ये कैसे पता लगाया जाए। क्या पत्रकारिता की आड़ में देश की खुफिया जानकारी देने गए थे ? क्या तुमको सरकार ने ये मधुर संबंध बनाने के अधिकृत किया था?

@ash_7ish यूजर आईडी से लिखा गया कि आप संबंध मधुर करने के लिए मिले थे, तब तो कोई आतंकवादी से मिल कर भी ये बोल सकता है कि मै उसे कर्तव्य पथ सही दिशा मे आगे बढ़ने के लिए समझा रहा था। @RAVIRAN16999424 यूजर आईडी से ट्वीट किया गया कि कितने दिनों के बाद यह अहसास हुआ कि यह सम्भव नहीं है? कारण क्या है जिससे आपका एहसास बदल गया।

बता दें कि भारत पाकिस्तान के बीच हुए दूसरे मैच में भारत को हार का सामना करना पड़ा। भारत की हार के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने अर्शदीप को ट्रोल करना शुरू कर दिया क्योंकि उनसे एक कैच छूट गया था। दावा किया जा रहा है कि भारत के लोगों की नाराजगी का फायदा पाकिस्तानियों ने उठाया, उन्हें खालिस्तानी बता दिया और साथ में उनके विकिपिडिया पेज से भी छेड़छाड़ की है।