बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान और एक्ट्रेस कियारा आडवाणी का एक वीडियो इन दिनों विवादों को लेकर गिर गया है। एक निजी बैंक के लिए किए गए इस विज्ञापन में आमिर कियारा आडवाणी के पति बने हुए हैं। इसमें आमिर शादी के बाद दुल्हन के गृह प्रवेश करने के बजाय घर जमाई के रूप में ससुराल में गृह प्रवेश कर रहे हैं। इसको लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। सुदर्शन न्यूज़ के एडिटर सुरेश चव्हाणके ने एक कविता के जरिए आमिर को चेतावनी दी है। जिस पर लोग कई तरह के रिएक्शन दे रहे हैं।
पत्रकार ने सुनाई ऐसी कविता
पत्रकार सुरेश चव्हाणके ने अपने एक शो में कविता पढ़कर आमिर खान को नसीहत दी। उन्होंने आरोप लगाया कि आमिर खान ने हिंदुओं के सोलह संस्कारों में से एक संस्कार पर आघात किया है। उन्होंने कविता सुनाई कि, ‘विवाह के पवित्र बंधन की गरिमा, आखिर तुम क्या जानोगे? भोग की वस्तु नहीं है नारी, आमिर तुम कैसे मानोगे? मस्ती मौज नहीं है विवाह, ये 7 जन्मों का बंधन है। इसी के चलते दुनिया भर में, हिंदू का वंदन है। पर उतना ही तो बोलोगे, जितना घर में सीखे हो। लगता है कि आज भी शायद, पांच बार तुम चीखे हो।’
ओवैसी पर भी बोला हमला
सुरेश चव्हाणके ने कविता के जरिए AIMIM के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधते हुए कहा कि शायद तुमको रोज ओवैसी कान में शिक्षा देता है, अफसोस है कि इतने पर भी हिंदू तुमको रोज भिक्षा देता है। हिंदू संस्कृति पर हमला, अब रोज का तुम्हारा धंधा है। जगह तुम्हारी जेल में है लेकिन क्या करें, कानून अभी अंधा है। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की कि वह बैंक को फोन कर कहें कि विज्ञापन वापस लो। आमिर खान को बैंक को बैंक एंबेसडर से दूर करो।
लोगों की प्रतिक्रियाएं
वैभव पाठक नाम के एक युवक द्वारा लिखा गया कि अगर हिंदू इस बात को समझ गया तो बहुत अच्छा है। साहिल खान नाम के एक यूजर कमेंट करते हैं, ‘ मनुस्मृति पढ़ ले तो पता चल जाएगा कि कितनी बेइज्जती महिलाओं की गई है। तुम चाहो तो मनुस्मृति के कुछ पन्ने छपवा दें, तुम्हारी जानकारी के लिए, इसलिए इस तरह की नौटंकी बंद कर दीजिए। रजनीश नाम के एक यूजर लिखते हैं कि आप लोगों की भावनाएं तक क्यों बात नहीं होती है, जब कोई हिंदू इस तरह की बात करता है?
एमपी के गृहमंत्री ने भी आमिर खान को भी चेतावनी
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आमिर खान के विज्ञापन पर सवाल उठाया है। उन्होंने आमिर खान से कहा कि उन्हें ऐसा कोई विज्ञापन नहीं करना चाहिए, जिससे किसी धर्म विशेष की भावनाओं को ठेस पहुंचे। उन्होंने कहा कि विज्ञापन को लेकर उनके पास शिकायत की गई थी, जिसके बाद उन्होंने विज्ञापन को बारीकी से देखा था। इसके साथ उन्होंने कहा कि आमिर खान को कोई अधिकार नहीं है कि वह धार्मिक भावनाओं और रीति-रिवाजों के विरुद्ध कोई विज्ञापन करें।