वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ ज्ञानवापी मुक्ति आंदोलन ने पांच वक्त हनुमान चालीसा पाठ करवाने की बात कही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक श्री काशी विश्वनाथ ज्ञान व्यापी आंदोलन के अध्यक्ष सुधीर सिंह द्वारा कहा गया है कि पहले काशी के लोग हनुमान चालीसा से अपनी दिन की शुरुआत करते थे लेकिन अब इन्हें मस्जिदों के बसने वाली अजान से अपने दिन की शुरुआत करनी पड़ती है। जिसके बाद यह फैसला लिया गया है।

सोशल मीडिया यूजर्स की प्रतिक्रियाएं : सोशल मीडिया पर कुछ लोग इस फैसले का सम्मान करते हुए खुशियां देता रहे हैं तो वहीं कुछ लोग इस पर कटाक्ष करते हुए कमेंट कर रहे हैं। एक सोशल मीडिया यूजर ने कमेंट किया है कि सांप्रदायिक हिंसा को बढ़ने से रोकना चाहिए वहीं एक यूजर ने कहा है कि कब तक हिंसा के डर से अपनी संस्कृति को बढ़ने से रोक कर रखेंगे।

कॉमेडियन राजीव निगम ने इस खबर पर कमेंट किया कि धीरे-धीरे कहीं वज़ू भी ना करवाने लगे पांच वक्त। @paarthnp नाम के ट्विटर हैंडल से कमेंट किया गया कि नवरात्रि भी एक महीने का करवा दो तब बराबर का मुकाबला होगा। सूरज त्रिपाठी नाम के एक यूजर ने कमेंट किया, ‘देश की सबसे बड़ी समस्या का हल निकाला जा रहा है।’ @TheAbishMehdi नाम के ट्विटर यूजर कमेंट करते हैं, ‘ रोजा भी रखना शुरू कर देना चाहिए।’

आसिफ नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि 5 वक्त के बजाय 50 बार हनुमान चालीसा करने से किसी भी धर्म को दिक्कत नहीं होगी। अगर इस काम से आपका धर्म आगे बढ़ रहा है तो जरूर बढ़ाइए लेकिन इसके पीछे कोई सांप्रदायिक हिंसा ना होने पाए। नरेंद्र गौर ने कमेंट किया कि चलिए इससे कम से कम हनुमान चालीसा तो हो जाएगी।

मोहम्मद इमरान नाम के एक यूजर लिखते हैं कि भगवान भी बोलेंगे.. उनके लिए नहीं बल्कि किसी और चीज के लिए कंपटीशन कर रहे हैं। सच्चे दिल से भगवान के लिए करिए, किसी का देखा देखी करने की जरूरत नहीं है। जानकारी के लिए बता दें कि काशी विश्वनाथ ज्ञानवापी मुक्ति आंदोलन के फेसबुक पेज द्वारा इस बात की जानकारी भी दी गई है। उनके द्वारा बताया गया है कि अभी तक 6 लोगों ने साउंड स्पीकर खरीद लिया है।