सीबीआई ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार सहित पांच लोगों को भ्रष्टाचार के एक मामले में सोमवार (04 जुलाई) को गिरफ्तार कर लिया, जिससे आक्रोशित आप ने केंद्र पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दिल्ली चुनाव में मिली हार का बदला ले रहे हैं। एक निजी कंपनी को कथित तौर पर अनुचित फायदा पहुंचाते हुए 50 करोड़ रूपये से अधिक के सरकारी ठेका दिलाने को लेकर ये गिरफ्तारियां की गई जिस पर केंद्र और आप के बीच घमासान मच गया है। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि केंद्र की कोई भी सरकार कभी इतना नीचे नहीं गिरी।
केंद्र पर ‘बदले की राजनीति’ करने और दिल्ली में शासन को पंगु बनाने का भी आरोप लगाया। सिसोदिया ने कहा, ‘‘श्रीमान मोदी, यदि आपने हमारे पास सिर्फ चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को भी छोड़ दिया तो भी हम उनके साथ सरकार चलाएंगे।’’ कुमार केंद्र शासित प्रदेश के 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उन्हें आज सुबह केजरीवाल के कार्यालय के उप सचिव तरूण शर्मा और तीन अन्य लोगों के साथ पूछताछ के लिए सीबीआई मुख्यालय बुलाया गया था।
आधे दिन तक पूछताछ किए जाने के बाद सीबीआई ने कुमार के एक करीबी सहयोगी अशोक कुमार तथा एक निजी कंपनी के मालिकों संदीप कुमार और दिनेश गुप्ता के साथ दोनों अधिकारियों को गिरफ्तार करने का फैसला किया। सीबीआई ने कुमार और अन्य के खिलाफ पिछले साल दिसंबर में एक मामला दर्ज करते हुए आरोप लगाया था कि अधिकारी ने पिछले कुछ बरसों में दिल्ली सरकार के विभागों की निविदा दिलाने में एक खास कंपनी की मदद करने के लिए अपने आधिकारिक पद का दुरूपयोग किया है।
सीबीआई ने आईपीसी की धारा 120 बी :आपराधिक साजिश:, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 :2: 13 :1: :डी: के तहत आरोप लगाए थे। पांच निविदाएं प्राप्त करने के लिए निजी कंपनी इंडीवर सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड का कथित तौर पर समर्थन करने के चलते ये आरोप लगाए गए थे। सीबीआई ने आरोप लगाया कि आरोपियों ने एक आपराधिक साजिश रची और साल 2007 से 2015 के बीच ठेके दिलाकर दिल्ली सरकार को 12 करोड़ रूपये का चूना लगाया। जांच एजेंसी ने दावा किया है कि अधिकारियों ने ठेका देते समय तीन करोड़ रूपये का अनुचित फायदा लिया। सीबीआई ने आज दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ नौकरशाह सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें दिल्ली सरकार का एक अन्य अधिकारी, दिल्ली आधारित एक निजी कंपनी के दो निदेशक और एक व्यक्ति शामिल है। सीबीआई के मुख्य प्रेस सूचना अधिकारी आरके गौड़ ने बताया कि वरिष्ठ नौकरशाह और अन्य पर रिश्वत और आधिकारिक पद के दुरूपयोग तथा दिल्ली सरकार के ठेके दिलाने में दिल्ली की एक कंपनी का समर्थन करने के आरोप हैं।
सिसोदिया ने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय को पंगु करने की साजिश है। मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव और उप सचिव को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि सहायक सचिव का अंडमान तबादला कर दिया गया है। सिसोदिया ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह सब बस एक दिन में हो गया…1991 में दिल्ली में एक निर्वाचित सरकार आने के बाद से यह सबसे निचला स्तर है जहां तक कोई केंद्र सरकार गई है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विधानसभा चुनावों में अपनी पार्टी को मिली हार का बदला ले रहे हैं, हमारे अधिकारियों का तबादला कर रहे और हमारे काम में बाधा पैदा कर रहे हैं लेकिन हम इन चीजों से नहीं डरेंगे।’’
इससे पहले सिसोदिया ने ट्वीट किया था, ‘‘मोदी जी, आपसे कहना चाहता हूं…हमें दिल्ली के लोगों ने चुना है, हमलोग आपके सभी हमलों के बावजूद एक प्रभावी सरकार चलाएंगे।’’
आप के वरिष्ठ नेता आशुतोष ने मोदी पर हमला बोलते हुए पूछा कि क्या वह पाकिस्तान से भी ज्यादा नफरत आप से करते हैं। उन्होंने कहा कि कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया जबकि सीबीआई अदालत ने जांच एजेंसी के खिलाफ तल्ख टिप्पणी करते हुए इससे अधिकारी के खिलाफ सबूत मुहैया करने को कहा था। सीबीआई ने दावा किया है कि कंप्यूटरीकरण संबंधित विभिन्न कार्यों और सॉफ्टवेयर एवं हार्डवेयर की आपूर्ति के सिलसिले में फर्जी काम के आर्डरों के जरिए आरोपियों को 3.3 करोड़ रूपये की रिश्वत दी गई।
गौरतलब है कि इसी मामले में सीबीआई की अदालत ने खिंचाई की थी। अदालत ने उसे 15 दिसंबर 2015 को केजरीवाल के कार्यालय में की गई छापेमारी में जब्त दस्तावेज लौटाने को कहा था। दिल्ली सरकार ने ये दस्तावेज मांगे थे। विशेष सीबीआई न्यायाधीश अजय कुमार जैन ने इस साल जनवरी में अपने आदेश में कहा था कि सीबीआई इन तर्कों के आधार पर दस्तावेज अपने पास नहीं रख सकती कि जांच प्रगति पर है। दिल्ली डॉयलाग कमीशन के पूर्व सदस्य आशीष जोशी ने पिछले साल के शुरूआत में भ्रष्टाचार रोधी शाखा (एससीबी) के पास एक शिकायत दर्ज कराई थी जिस पर यह मामला दर्ज किया गया था। सीबीआई के मुताबिक पांचे ठेके कथित तौर पर इंडीवर सिस्टम को उस दौरान दिए गए जब कुमार दिल्ली सरकार में विभिन्न पदों पर आसीन थे।
हालांकि सोशल मीडिया पर इसे लेकर चुटीली टिप्पणियों का दौर शुरू हो गया है। एक यूजर ने लिखा, ‘अरेस्ट के बाद अब मोदी-विलाप शुरू होगा।’वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा, ”राजेंद्र की गिरफ्तारी से पंजाब में आप की जीत पक्की हो गई है।” वहीं लोगों ने यह भी कहा कि ”गिरफ्तारी से यह साफ हो गया कि जब सीबीआई ने सीएम ऑफिस पर छापे मारे थे, तब केजरीवाल ने इतना हल्ला क्यों मचाया था।”
Modi ji, let me tell you – we've been elected by ppl of Delhi, we shall run an effective govt for them despite all your attacks on us! (n/n)
— Manish Sisodia (@msisodia) July 4, 2016
All this is happening bcoz AAP is winning the elections in Punjab and Goa and garnering massive support in Gujarat (9/n)
— Manish Sisodia (@msisodia) July 4, 2016
Today one of our minister's, Kapil Mishra was called for questioning by the ACB. This is clearly an attempt to paralyse our govt (8/n)
— Manish Sisodia (@msisodia) July 4, 2016
राजेंद्र कुमार की गिरफ्तारी पर कुछ मजेदार ट्ववीट्स:
https://twitter.com/ablenavin/status/749973977754251264
Watching him on television, why is @msisodia trembling?! Does Rajendra Kumar know too much?!
— Priti Gandhi (Modi ka Parivar) (@MrsGandhi) July 4, 2016
Rajendra kumar isn't member of aap party.don't relate with modi.it is scam issue.
— Puneet Giri (@giri_punit) July 4, 2016