दिल्ली के सेंट्रल पार्क में करीब 5000 लोग 4 नवंबर को जमा होंगे। मकसद है इस साल ‘इको फ्रेंडली दिवाली’ मनाना। इस ‘इको फ्रेंडली दिवाली’ को निराले अंदाज में मनाने की पूरी तैयारी कर रही है। जानकारी के मुताबिक हजारों लोग इस दिन एक साथ पार्क में बड़े-बड़े पटाखे फोड़ने की बजाए ‘ठांय-ठांय’ बोल कर जोर से चिल्लाएंगे। इस इवेंट को ऑर्गनाइज करने वाले सत्यम अग्रवाल ने कहा है कि मैंने सोचा भी नहीं था कि 20 घंटे के अंदर इस इवेंट को लेकर लोग इतनी रोकचता दिखलाएंगे। अग्रवाल दिल्ली में एक ट्रैवल एजेंसी के मालिक हैं। उन्होंने 4 नवंबर को राजीव चौक स्थित सेंट्रल पार्क में होने वाले इस इवेंट के बारे में कुछ दिनों पहले अपने फेसबुक पेज पर शेयर किया और लोगों से इसमें शामिल होने की अपील की।
यह इवेंट उत्तर प्रदेश के एक पुलिस वाले से काफी इंस्पायर है। दरअसल हाल ही में राज्य के संभल में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई थी। एनकाउंटर के दौरान जब पुलिस ने खेत में छिपे बदमाशों पर फायरिंग की कोशिश की तो बंदूक में तकनीकि खराबी आ गई और बंदूक नहीं चल पाई। इसके बाद पुलिस ने मौके पर मुंह से ‘ठांय-ठांय’ की आवाज निकालकर पहले बदमाशों को डराया और फिर लगातार यह आवाज निकलाते हुए खेत में घुसना कर दिया। इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसमें पुलिस बंदूक नहीं चलने पर ‘ठांय-ठांय’ की आवाज निकालती नजर आई थी।
24 साल के सत्यम अग्रवाल ने बीते 22 अक्टूबर को इस इवेंट को करने का प्लान बनाया था और सोशल मीडिया पर अपने प्लान को लेकर चर्चा की थी। इसी दिन कम से कम 1000 लोगों ने यह कहा कि वो इस इवेंट में जरूर हिस्सा लेंगे। दरअसल सत्यम अग्रवाल लोगों के बीच दिवाली के दौरान दिल्ली की हवा में कम प्रदूषण फैलाने का संदेश देना चाहते हैं। इस इवेंट के जरिए वो लोगों को वातावरण में बढ़ते प्रदूषण के प्रति आगाह भी करना चाहते हैं।
सत्यम अग्रवाल ने कहा कि ‘ठांय-ठांय’ वीडियो वायरल होने के बाद कई लोगों ने इसपर मीम्स शेयर किये और इसका मजाक बनाया। हमने इस वायरल वीडियो पर आई प्रतिक्रियाओं के जरिए ही लोगों से संपर्क किया। जिसके बाद लोगों ने इस इवेंट में काफी दिलचस्पी दिखाई है। बहरहाल अग्रवाल इस आयोजन के लिए प्रशासन से इजाजत लेने की कोशिश में जुटे हुए हैं।
