मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह हेलिकॉप्टर से उतरते हुए अपने हाथ में गैंती (खेती करने का औजार, जिसे कुदाल भी कहते हैं) लिया हुआ हैं। हेलिकॉप्टर से नीचे उतरने के बाद बाद भी सीएम शिवराज सिंह गैंती अपने हाथ में लेकर ही लोगों का अभिवादन स्वीकार करते हैं, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है और लोग इस पर चुटकी ले रहे हैं।

मध्य प्रदेश के झाबुआ पहुंचे थे सीएम

शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के झाबुआ में हलमा उत्सव कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। हलमा समाज श्रमदान से जुड़ी हुई ऐसी परंपरा है जो जनजातीय क्षेत्रों में उत्सव के रूप में मनाई जाती है। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सीएम पहुंचे थे, जहां उनका एक अलग ही अंदाज देखने को मिला। हेलिकॉप्टर से उतारते हुए उनके कंधे पर कुदाल थी। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और कुछ लोग इस पर चुटकी ले रहे हैं।

यूजर्स ने ऐसे ली चुटकी

@TheRafiqueAhmad यूजर ने लिखा कि देश के लिए ये एक अलग विषय है। जनता त्रस्त है और ये मजाक कर रहे हैं। जनता के पैसे से हेलिकॉप्टर पर घूम रहे हैं और जनता के पास ना नौकरी है और ना खाना। एक यूजर ने लिखा कि मोदी जी की वजह से अब गरीब किसान हेलीकॉप्टर से खेती करने जाते हैं। श्याम नारायण नाम के यूजर ने लिखा कि हेमा मालिनी भी हेलीकॉप्टर से फसल काटने निकली थीं। अब ये खेत की जुताई करने निकल गए हैं।

@GoswamiDalpat यूजर ने लिखा कि नौटंकी की भी हद होती है। एक यूजर ने लिखा कि अब राज्य के किसानों के सारे दुःख-दर्द मिट जायेंगे। एक यूजर ने लिखा कि कांग्रेस के लिए 2024 में उनके सपनों को जमीन में गाड़ने का यंत्र है। कांग्रेसी दुःखी होंगे यह देखकर। श्रवण शर्मा नाम के यूजर ने लिखा कि कहीं अपनी अलग पार्टी तो नहीं बना ली है, शायद उसी का चुनाव चिन्ह हो।

बता दें कि कार्य्रकम में शामिल होने की तस्वीर और वीडियो शेयर कर शिवराज सिंह ने कहा कि हलमा’ समन्वय, साझेदारी और परमार्थ की अद्भुत परंपरा है। भील समाज की यह महान परंपरा सामूहिकता से विश्व कल्याण का रास्ता दिखा रही है और अक्षय विकास का मॉडल हमें बता रही है। ‘हलमा’ हमारे जनजाति समाज की विशेष परंपरा है। यह जल संरक्षण और प्रकृति सेवा का सामूहिक संकल्प है। आज मैंने भी हलमा के अवसर पर झाबुआ के हाथीपावा क्षेत्र की पहाड़ी पर जनजातीय भाई-बहनों के साथ श्रमदान कर जल संरक्षण व पौधरोपण के लिए आह्वान किया।