गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujarat Assembly Election) में जमकर बयानबाजी, आरोप-प्रत्यारोप और दावे-वादे का दौर चल रहा है। इसी बीच गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला (Shankersinh Vaghela) ने राम मंदिर को लेकर सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भगवान राम टाट में रहें या मंदिर में रहें… इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। चुनावी माहौल में शंकर सिंह वाघेला का भगवान राम (Ram Mandir Ayodhya) को लेकर दिए गये इस बयान पर तमाम लोगों की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।

राम मंदिर को लेकर क्या बोले पूर्व सीएम ?

ABP न्यूज को दिए इंटरव्यू में शंकर सिंह वाघेला (Shankersinh Vaghela) ने कहा कि राम मंदिर नहीं था तो क्या फर्क पड़ा और बनेगा तो क्या फर्क पड़ेगा? किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता है? इस पर रुबिका लियाकत (Rubika Liyaquat) ने सवाल पूछा कि मंदिर बनने से लोगों को रोजगार मिलेगा, टूरिज्म बढ़ेगा और आप कह रहे हैं कि कोई फर्क नहीं पड़ता? इस पर वाघेला ने कहा कि सरदार पटेल (Sardar Patel) की इतनी ऊंची प्रतिमा बनी, वहां के आदिवासियों को उजाड़ दिया गया। आम इंसान को इन सब चीजों से कोई फर्क नहीं पड़ता है।

सिर्फ मार्केटिंग के लिया बना राम मंदिर- वाघेला

शंकर सिंह वाघेला ने कहा कि अगर मंदिर (Ram Mandir) नहीं बना था तो क्या लोग अयोध्या नहीं जाते थे? राम को तिरपाल में देखते थे तो क्या फर्क पड़ता है, राम को तो देखते थे ना! भगवान टाट में रहे या मंदिर में रहें, क्या फर्क पड़ता है? क्या वो रहने के लिए आने वाले हैं? इस पर रुबिका ने पूछा कि आपने भी तो इतना बड़ा मकान बना रखा, छोटा मकान बनाते उसमें रहते, क्या फर्क पड़ता है? इस पर शंकर सिघ वाघेला (ShankerSinh Vaghela) ने कहा कि ये मैंने मार्केटिंग के लिए नहीं बनाया है, उन्होंने मार्केटिंग के लिए बनाया है। इनको सिर्फ मार्केटिंग के लिए बनाना है।

सोशल मीडिया पर लोग इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। @SantoshKrRajpo1 यूजर ने लिखा कि ये जो थोड़ी बहुत कांग्रेस को सीटें आती भी, उनको भी ये कम करके ही मानेंगे। @Ankeshrajapur यूजर ने लिखा कि निसंदेह बघेला जी ने गलत कहा लेकिन आप लोग क्यों सिर्फ एक साइड देखते हैं, बीजेपी के नेता भी दलित, अंबेडकर या मुस्लिम कम्युनिटी को टारगेट करते हैं। @AJinscribe यूजर ने लिखा कि ये विवादित है और इसपर चर्चा भी होगी । 2002 के बारे में उन्होंने जो कहा उसपर ना कोई चर्चा होगी ना वो विवादित होगा और ना ही भाजपा से कोई प्रश्न होगा। उस बात को ठण्डे बस्ते में डाला जाएगा।

एक यूजर ने लिखा कि खुद एकड़ भर में फैले घर में रह रहे हैं और प्रभु श्रीराम के जन्मस्थान पर बन रहे मंदिर पर उंगली उठा रहे हैं, ये सोच ही हमारे धर्म को नीचा दिखाती है, हिंदू होते हुए भी सनातन से विरोध क्योंकि वोट बैंक कुछ और है। संजय त्रिपाठी ने लिखा कि खुद रहेंगे ठाठ में और भगवान को रखेंगे टाट में। ग़ज़ब सोच वाले व्यक्ति हैं वाघेला जी। एक यूजर ने लिखा कि अगर इस मानशिकता के साथ रह रहे हैं तो सोचिये अगर इनके हाथ में सत्ता होती तो कैसे देश चलाते?