वरिष्ठ पत्रकार और आम आदमी पार्टी (आप) के पूर्व प्रवक्ता आशुतोष हाल ही में सोशल मीडिया पर फिर से ट्रोल कर दिए गए। उन्होंने इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए एक ट्वीट किया था। उन्होंने इसमें सवाल उठाया था कि अगर मूर्तियों पर खर्ची गई रकम बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती को लौटानी होगी, तब पीएम मोदी भी जनता के पैसों से बने ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ में लगे तीन हजार करोड़ रुपए लौटा दें।
आशुतोष की इसी टिप्पणी पर लोगों ने उन्हें आड़े हाथों लिया और बुरी तरह ट्रोल कर दिया। किसी ने उन्हें ‘बीजेपी विरोधी गुलाम’ बताया तो कोई बोला, “पीएम मोदी से नफरत ने आपको पागल कर दिया है।” आशुतोष की ताजा प्रतिक्रिया तब आई है, जब बसपा सुप्रीमो को सुप्रीम कोर्ट से तगड़ा झटका लगा है।
दरअसल, मायावती ने उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री रहने के दौरान लखनऊ और नोएडा में अपनी पार्टी के चिह्न हाथी, कांशीराम और खुद की कई प्रतिमाएं बनवाई थीं। मूर्तियों को तैयार कराने में करोड़ों रुपए खर्च हुए थे, जिसके खिलाफ एक वकील ने लगभग 10 साल पहले याचिका दी थी। कोर्ट ने उसी को लेकर सुनवाई के दौरान बसपा प्रमुख को जनता का पैसा लौटाने को कहा।

आशुतोष ने इसी बाबत शुक्रवार (आठ फरवरी, 2019) को ट्वीट किया। लिखा, “अगर मायावती को मूर्तियों पर खर्च पैसा लौटाना होगा तो पटेल की मूर्ति पर भी खर्च हुए 3000 करोड़ रुपए मोदी सरकार को लौटाने पड़ेंगे। वह (स्टैच्यू ऑफ यूनिटी) भी जनता के पैसे से बनी है।” इससे पहले, पिछले साल 31 अक्टूबर 2018 को पीएम ने गुजरात में विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा (182) का अनावरण किया था, जो कि सरदार पटेल की थी। लोगों ने इसी मसले पर देखिए कैसे-कैसे कमेंट्स किए और आषुतोष को खरी-खोटी सुनाईः

आप के पूर्व नेता इससे पहले भी पीएम मोदी और बीजेपी पर जुबानी निशाने साधने को लेकर कई दफा टि्वटर पर ट्रोल किए जा चुके हैं। हाल ही में उन्होंने ऋषि कुमार शुक्ला को लेकर ट्वीट किया था। सवाल उठाते हुए कहा था कि शुक्ला जी तो हो गए सीबीआई चीफ, क्या कभी कोई दलित बनेगा? वहीं, एक अन्य ट्वीट में उन्होंने चुनावी सर्वे का हवाला देते हुए कहा था कि इस बार के आम चुनाव में बीजेपी को झटका लगेगा। इन दोनों ही ट्वीट्स पर सोशल मीडिया यूजर्स ने जमकर उनकी क्लास लगाई थी।

