उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने 29 जनवरी को प्रयागराज में गंगा स्नान किया और पूजा-पाठ की। उनके साथ कई मंत्रियों और संतों ने भी डुबकी लगाई। आदित्य नाथ जैसे ही एक डुबकी लगा कर सीधे हुए, उनके साथ स्नान कर रहे नेताओं, साधुओं ने उनके शरीर पर जल छलकाना शुरू कर दिया। एक साधू उनकी पीठ रगड़ते भी दिखाई दिए। वहीं पर एक अफसर भी टाई बांधे उनके पीछे पानी में खड़ेे दिखेे। बता दें कि योगी इन दिनों कुंभ मेले में काफी वक्त दे रहे हैं। वहीं से वह अपना कामकाज निपटा रहे हैं। 29 जनवरी को उन्होंने कैबिनेट की मीटिंंग भी प्रयागराज में ही की। इससे पहले उन्होंने ट्विटर के जरिए अपने स्नान व पूजा-पाठ से जुड़ी कई तस्वीरें शेयर कीं। देखें उनके
स्नान का वीडियो:
#WATCH Prayagraj: Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath and other leaders take holy dip at #KumbhaMela2019 pic.twitter.com/srZmBhgh5P
— ANI UP (@ANINewsUP) January 29, 2019
इस वीडियो पर काफी कमेंट्स आए। कई लोगों का कहना था कि पहले लगता था कि शासन से जुड़े लोग धार्मिक गतिविधियों में भाग नहीं ले सकते, लेकिन योगी ने यह मिथक तोड़ दिया।
मंगलवार को प्रयागराज में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पूरा मंत्रिमंडल भी उनके साथ था। सीएम के साथ अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि और अन्य साधु संतों ने भी संगम में स्रान किया। स्नान के बाद प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने संवाददाताओं से कहा, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में उत्तर प्रदेश की पूरी कैबिनेट और हमारे कई राज्यमंत्रियों ने आज संगम में डुबकी लगाई। कई साधु संत भी साथ में डुबकी लगाने के लिए आए। इसे मैं जीवन का सौभाग्य मानता हूं। आज का दिन प्रयागराज के लिए ऐतिहासिक दिन है।”
इससे पहले दिन में मुख्यमंत्री योगी अपने मंत्रिमंडल के साथ लेटे हुए हनुमान जी के मंदिर गए जहां उन्होंने पूजा अर्चना की। मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल के साथियों के साथ अक्षयवट और सरस्वती कूप के भी दर्शन किए। मुख्यमंत्री ने दिव्य कुम्भ, भव्य कुम्भ सेल्फी प्वाइंट पर मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ फोटो भी खिंचवाई। प्रयागराज के कुम्भ मेले में कैबिनेट की बैठक पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नगर अध्यक्ष अवधेष गुप्ता ने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद पहली बार प्रयागराज में योगी सरकार ने कैबिनेट की बैठक कर एक स्वर्णिम इतिहास रचा है।