उच्चतम न्यायालय ने दिल्ली आबकारी नीति संबंधी कथित घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संजय सिंह को मंगलवार को जमानत दे दी। न्यायमूर्ति संजीव खन्ना, न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता और न्यायमूर्ति पी बी वराले की पीठ ने छह महीने से जेल में बंद संजय सिंह को रिहा करने का आदेश दिया। प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि अगर सिंह को मामले में जमानत दी जाती है तो उसे कोई आपत्ति नहीं है।

आम आदमी पार्टी ने उच्चतम न्यायालय द्वारा पार्टी के सांसद संजय सिंह को जमानत देने पर कहा कि देश में लोकतंत्र के लिए एक बड़ा दिन है। यह खुशी और उम्मीद के पल हैं। वहीं जमानत मिलने के बाद आप ने आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी (आप) ने आरोप लगाया कि संजय सिंह को मिली जमानत से यह खुलासा हो गया है कि ‘शराब घोटाले’ में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का मामला गवाहों और सरकारी गवाह बन गए लोगों के बयानों पर आधारित है।आप नेता संजय सिंह की जमानत मिलने के बाद सोशल मीडिया पर लोग तरह-तरह के रिएक्शन दे रहे हैं।

देखिए किसने क्या कहा?

उच्चतम न्यायालय द्वारा आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह को जमानत दिए जाने के बाद पार्टी नेता आतिशी ने कहा “सत्यमेव जयते।”

वहीं @PostTruthIndia नामक यूजर ने लिखा है कि संजय सिंह जानते हैं कि पीएम मोदी की पुलिस, ईडी औऱ सीबाआई से कैसे डील करनी है। वेलकम बैक।

इसके अलावा @DaaruBaazMehta नामक यूजर का कहना है कि महत्वपूर्ण यह है कि प्रवर्तन निदेशालय ने जमानत के खिलाफ बहस क्यों नहीं की? पीठ के न्यायाधीश ने स्पष्ट रूप से कहा कि मामला संजय सिंह के पक्ष में है और अगर ईडी द्वारा जमानत का विरोध किया जाता है तो उन्हें राहत देने के कारणों को रिकॉर्ड पर रखना होगा। ईडी रिकॉर्ड पर कुछ भी नहीं चाहता था क्योंकि इससे मामला कमजोर हो जाएगा। इसलिए उन्होंने बिना बहस के जमानत मंजूर कर ली।

वहीं @Jeetuburdak ने कहा है कि, रुके न जो, झुके न जो… इंकलाबी शेर संजय सिंह जेल से बाहर आ गए हैं। हालांकि @erbmjha नामक यूजर का कहना है कि पीएमएलए कानून पर ध्रुव राठी के दावे का पर्दाफाश करने में सुप्रीम कोर्ट को सिर्फ 12 घंटे लगे।

कल रात ध्रुव राठी ने दावा किया कि पीएमएलए मामलों में जमानत असंभव है क्योंकि आरोपी को खुद को निर्दोष साबित करना होगा लेकिन, संजय सिंह के मामले में अभी भी सुनवाई चल रही है और उन्हें जमानत मिल गई है।