होली से पहले एक अनोखी पहल करते हुए, उत्तर प्रदेश के संभल के जिला के डीएम राजेंद्र पेंसिया ने एक सेल्फ हेल्फ ग्रुप (SHG) की महिलाओं के साथ हर्बल गुलाल बेचने में सक्रिय रूप से भाग लिया। महिलाओं को उनके हाथ से बने हर्बल गुलाल के बिक्री में प्रोत्साहित और मदद करते हुए, DM पेंसिया के कोशिशों के कारण 80 हजार रुपये की बिक्री हुई।

आत्मनिर्भरता अभियान को भी बढ़ावा दिया

इस पहल ने न केवल उनके उत्पादों को बढ़ावा दिया बल्कि SHG के आत्मनिर्भरता अभियान को भी बढ़ावा दिया, जिससे स्थानीय महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया गया है।

संभल में होली का जश्न पारंपरिक रंगभरी एकादशी उत्सव के साथ शुरू हुआ, जो शुक्रवार को मेन त्योहार से पांच दिन पहले मनाया जाता है। जिले में संवेदनशील माहौल के कारण कड़ी सुरक्षा के बीच, ये त्योहार खुशी और एकजुटता का प्रतीक बना हुआ है।

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गौरतलब है कि भारत के सबसे प्रतीक्षित त्योहारों में से एक होली को रंगों, मिठाइयों और संगीत के साथ मनाया जाता है। लोग इस अवसर का भरपूर आनंद लेने के लिए कई सप्ताह पहले से ही गुलाल, पिचकारी और गुजिया जैसी त्योहारी चीजें खरीद लेते हैं।

संभल के सेल्फ हेल्फ ग्रुप द्वारा उत्पादित हर्बल गुलाल ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, तमिलनाडु, दिल्ली और पंजाब सहित सात राज्यों में लोकप्रियता हासिल की है।

काफी मशहूर है संभल का गुलाल

अपनी नेचुरल इंग्रिडिएंट और हल्की खुशबू के लिए मशहूर, इसने हाथरस के नक्शेकदम पर चलते हुए बाजार में अपनी जगह बना ली है, जो अपने गुलाल उत्पादन के लिए भी प्रसिद्ध है।

पूरी तरह से प्राकृतिक फूलों और फलों से बने, संभल के हर्बल गुलाल में कन्नौज से आए सुगंधों का इस्तेमाल किया गया है, ताकि गुणवत्ता और त्वचा की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

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गुलाल में चमेली, मोगरा, गुलाब और लैवेंडर जैसे फूलों की खुशबू के साथ-साथ आम, पपीता, स्ट्रॉबेरी और केले जैसे फलों की खुशबू भी होती है। हर वैरिएंट को उसकी खुशबू के आधार पर अलग नाम दिया गया है।

हर्बल गुलाल का उत्पादन महीनों पहले से शुरू हो जाता है। कॉर्न फ्लार को बेस के रूप में इस्तेमाल करते हुए, गुलाल को धूप में सुखाने से पहले प्राकृतिक रंगों और सुगंधों के साथ मिलाया जाता है।

इस सावधानीपूर्वक प्रक्रिया के परिणामस्वरूप एक ऐसा उत्पाद तैयार होता है जो न केवल त्वचा के लिए सुरक्षित है, बल्कि देखने में भी आकर्षक और सुगंधित है, जिससे ये होली के उत्सवों के लिए एक पसंदीदा विकल्प बन जाता है।