विधानसभा चुनाव से पहले योगी सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य बीजेपी से इस्तीफा देकर सपा में शामिल हो गए। इसके बाद से उन्हें मीडिया के कई तीखे सवालों का सामना करना पड़ रहा है। इधर स्वामी प्रसाद मौर्य सपा में शामिल हुए और उधर बीजेपी ने आरपीएन सिंह को अपनी पार्टी में शामिल कर लिया। ऐसा कहा जा रहा था कि स्वामी प्रसाद मौर्य जिस विधानसभा सीट से विधायक हैं, उसी पडरौना सीट से बीजेपी आरपीएन सिंह को मैदान में उतार सकती है। हालांकि अब स्वामी प्रसाद मौर्य को सपा ने कुशीनगर के फाजिलनगर सीट से टिकट दिया है।

आरपीएन सिंह के बीजेपी में शामिल होने के बाद जब सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य न्यूज नेशन टीवी के एक कार्यक्रम में शामिल हुए तो वे एंकर पर इतने आक्रोशित हो गए कि माइक निकालकर इंटरव्यू रोक दिया। एंकर के एक सवाल का जवाब देते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि पडरौना की जनता जानती है कि उनके लिए किसने काम किया है और किसने राजमहल में बैठकर वोट लिया है। पडरौना से चुनाव लड़ने की बात पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा नेतृत्व जहां से टिकट देगा, हम वहां से चुनाव लड़ेंगे। 

स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि बुद्धिमान वही है, जो सही समय पर सही निर्णय ले। इस पर एंकर ने सवाल पूछा कि सत्ता का सुख ले लें, सरकार में रह लें, पावर का आनन्द ले लें और चुनाव आए तो पार्टी बदलें, मतलब बुद्धिमानी इसी में है? इस पर स्वामी प्रसाद मौर्य भड़क गये। उन्होंने कहा कि ये आपको मुबारक हो, ऐसी चाटुकारिता ना तो स्वामी प्रसाद मौर्य ने की है और ना कभी करेंगे। 


स्वामी प्रसाद मौर्य इसके बाद माइक निकालकर इंटरव्यू से निकल लिए। एंकर सवाल पूछते हुए कहते रह गये कि हमने इतने कड़े सवाल भी नहीं पूछे थे कि आपको इंटरव्यू बीच में ही छोड़ना पड़ जाए। हालांकि तब तक एंकर पर भड़क चुके मौर्य अपनी बात कहते हुए वहां से निकल गए। 


बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य को समाजवादी पार्टी ने कुशीनगर की फाजिलनगर सीट से टिकट दिया। मौर्य 2017 में पडरौना सीट से जीते थे। ऐसे में उनके पडरौना से ही चुनाव लड़ने की उम्मीद जताई जा रही थी लेकिन आरपीएन सिंह के बीजेपी में आ जाने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य के सीट बदलने की सुगबुगाहट तेज हो गई थी।