रूस के यूक्रेन पर अचानक हमले ने यूक्रेन के लोगों के सामने बड़ा संकट खड़ा कर दिया है। एक तरफ यूक्रेन की सेना रूस की सेना का डटकर मुकाबला कर रही है। लेकिन रूस की सेना यूक्रेन के मुकाबले अधिक ताकतवर होने के चलते ज्यादा तेजी से आगे बढ़ते हुए यूक्रेन की राजधानी तक पहुंच गई है। जिसके बाद सेना के साथ और यूक्रेन के आम लोग भी रूस से मोर्चा लेने के लिए जंग में उतर गए हैं।
यूक्रेन में राष्ट्रपति की अपील पर आए लोग: इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की ने देश के लोगों से अपील करते हुए कहा था कि “जो लोग आकर हमारी मदद करना चाहते हैं, हम उन्हें हथियार देंगे। हमें इस युद्ध को रोकने की जरूरत है जिससे हम शांति से रह सकें।
इसी से जुड़ा एक वीडियो न्यूयॉर्क टाइम्स की तरफ से ट्वीट किया गया था। जिस पर महिंद्रा एंड महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने ट्विटर पर लिखा “जब लोगों के पास अपने देश को बचाने की दृढ़ इच्छाशक्ति होती है, तो यह ताकत परमाणु बमों से भी ज्यादा शक्तिशाली होती है। भले ही ऐसे लोगों पर आक्रमण करना संभव हो लेकिन कब्जा जमाना असंभव है।”
वीडियो में काफी सारे यूक्रेनी नागरिकों को देखा जा सकता है। जो रूसी सेना के खिलाफ युद्ध लड़ने के लिए हथियार ले जा रहे हैं। रूसी सेना के खिलाफ हथियार लेने आए ऐसे ही एक आम शख्स ने वीडियो में बताया “हम सब लाइन में खड़े हैं और हथियार मिलने का इंतजार कर रहे हैं ताकि रूसी आक्रमणकारियों से मुकाबला किया जा सके। अभी ऐसा कोई भी कारण नहीं है जिससे विश्वास किया जा सके कि यह युद्ध हाल फिलहाल खत्म होने वाला है।
मेरे हिसाब से उनका उद्देश्य बस केवल मेरे पूरे देश पर कब्जा करना है और हर उस चीज को बर्बाद करना है जिससे मैं प्यार करता हूं। एक आम नागरिक होने के नाते, मुझे युद्ध या फिर इस जैसी किसी चीज से कोई मतलब नहीं होना चाहिए और ना ही मैं इस युद्ध में भाग लेना चाहता हूं। लेकिन मेरे पास इसके अलावा कोई विकल्प नहीं है क्योंकि यह मेरा घर है और मुझे किसी भी हालात में अपने देश की रक्षा करनी है।