यूपी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह ने पाला बदल लिया और वे मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। कांग्रेस के लिए इसे एक बड़ा झटका माना जा रहा है लेकिन कांग्रेस नेता कह रहे हैं कि सिंह के जाने से पार्टी पर कोई फर्क नहीं पड़ता। हालांकि बीजेपी को इसका कितना फायदा मिलता है, ये चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद ही पता चल पाएगा।
“आरपीएन सिंह से बीजेपी को उतना ही फायदा जितना अपर्णा से”: आरपीएन सिंह के पार्टी छोड़ने और बीजेपी ज्वाइन करने पर जब न्यूज 24 के कार्यक्रम में कांग्रेस प्रवक्ता सुरेन्द्र राजपूत से पूछा गया कि आपका एक बड़ा नेता बीजेपी में चला गया और वहां जाकर कह रहा है कि कांग्रेस में अब वो बात नहीं रही? इसका जवाब देते कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि आरपीएन सिंह के बीजेपी में जाने से बीजेपी को उतना ही फायदा होगा, जितना अपर्णा यादव के बीजेपी में जाने से हुआ।
“विचारधारा के साथ गद्दारी करने वाला कायर कहलाता है”: सुरेन्द्र राजपूत ने कहा कि हमने उन्हें और उनके पिता जी को सम्मान दिया, केंद्रीय मंत्री बनाया, पिता को राज्यपाल बनाया। दुःख तब होता है जब विचारधारा के साथ कोई गद्दारी करता है और जब स्वार्थ के लिए ऐसा करता है तो वो कायर भी कहलाता है। हमारे पास अभी देने के लिए जो भी कुछ था, हमने उन्हें दिया था। सुरेन्द्र राजपूत ने शायरी पढ़ते हुए कहा कि ‘अब तुम्हे गैर के दरबार में झुकना होगा, तुमने अपने कबीले से बगावत की है।” जो हाल बीजेपी में शामिल होने वाले कांग्रेस के अन्य नेताओं का हुआ है, इनका भी वही हाल होगा।
बीजेपी प्रवक्ता ने ऐसे दिया जवाब: इस पर जवाब देते हुए बीजेपी प्रवक्ता राजीव जेटली ने कहा कि आरपीएन सिंह बहुत बड़े नेता है। अगर वो बड़े नेता नहीं है तो फिर कांग्रेस में कोई बड़ा नेता नहीं है। क्योंकि इन्होने ही कहा कि जो कांग्रेस पार्टी से निकल जाता है, उसका अस्तित्व खत्म हो जाता है। क्या ये अपने स्टार प्रचारकों को बड़ा नेता नहीं मानते? क्या स्टार प्रचारकों को कहने पर भी कोई वोट नहीं मिलने वाला था।
राजीव जेटली ने आगे कहा कि मानक गुप्ता जी हो सकता है कि इनके स्टार प्रचारकों की लिस्ट में से कोई और नेता भी बीजेपी में शामिल होने वाला हो तो ये बता दें कि इनका बड़ा नेता है कौन?
बता दें कि आरपीएन सिंह के बीजेपी में चले जाने से कांग्रेस को नुकसान हुआ है लेकिन कांग्रेस नेता यही कह रहे हैं कि उनके जाने से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ता। जिसे हमने सब कुछ दिया वो अगर विचारधारा छोड़ता है तो वो कायर कहलाता है। वहीं खबरों के अनुसार अब बीजेपी ,आरपीएन सिंह को स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रही है।