क्रिकेटर ऋषभ पंत कार एक्सीडेंट (Rishabh Pant Accident) में बुरी तरह घायल हो गये। घटना इतनी भयावह थी कि कार जलाकर खाक हो गई। सोशल मीडिया पर घटना का वीडियो वायरल हो रहा है। हालांकि सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने यह भी दावा किया कि घटना के बाद कुछ लोगों ने ऋषभ पंत (Rishabh Pan) के पर्स से पैसे और कुछ जरूरी सामान निकाल लिए। इस पर अब पुलिस का कहना है कि ऋषभ पंत का कोई सामान चोरी नहीं हुआ है।

एक्सीडेंट के बाद चोरी का किया गया था दावा

@mrsinha_ यूजर का एक ट्वीट वायरल हो रहा है जिसमें लिखा गया है, “न्यूज के अनुसार, जहां ऋषभ पंत का एक्सीडेंट हुआ, वो मुस्लिम बाहुल्य (Rohingya) इलाका है। एक्सीडेंट के बाद ऋषभ की मदद करने की जगह इन लोगों ने लूटपाट की। हम ऐसे सापों के बीच रह रहे हैं जो बस काटने का मौका खोज रहे होते हैं।” हालांकि जब पुलिस (Police) की तरफ से साफ किया गया कि ऋषभ के किसी सामान की चोरी नहीं हुई तो यूजर ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया तो लोग ट्रोल करने लगे।

सच्चाई सामने आने पर भड़के लोग

@swati_mishr यूजर ने लिखा कि ऋषभ पंत के एक्सीडेंट होने के बाद उनके रुपए चोरी होने की अफवाह उड़े, तो तुरंत उस इलाके में मुस्लिम और रोहिंग्या बहुलता बताकर उनके खिलाफ जहर उगलना शुरू कर दो। जब पुलिस कहे कि किसी ने रुपए नहीं चुराए, तो बिना अपनी गलती माने चुपके से ट्वीट डिलीट कर दो कि इनको क्या ही पता चलेगा? @sankiyer यूजर ने लिखा कि इन लोगों में इतनी नफरत और जहर कैसे भरी हुई है कि इस तरह के झूठ को फैलाते हैं और फिर पकड़े जाने के बाद चुपचाप इसे हटा देते हैं?

@patwalr336 यूजर ने लिखा कि इसके खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं करते हैं, इनके भड़काऊ ट्वीट से लाखों लोग प्रभावित होते हैं। जो अच्छे लोग हैं एकबार तो उनके मन में भी समुदाय विशेष के खिलाफ नफरत भर ही जाती है। @shahnawazattar यूजर ने लिखा कि जल्दी खबर फैलाने के चक्कर में व्हाट्सएप्प पर आये मैसेज को भी पोस्ट कर देते हैं। एक यूजर ने लिखा कि घटना कोई भी हो, कैसी भी हो लेकिन ऐसे लोगों को सिर्फ हिंदू-मुसलमान ही करना होता है।

बता दें कि घायल ऋषभ पंत को हरियाणा रोडवेज (Haryana Roadways) के दो कर्मचारियों ने बचाने में मदद की, उन्होंने बताया कि पैसों को इकट्ठा कर हम सभी ने ऋषभ पंत (Rishabh Pant Accident Viral Video) के पास रख दिए थे। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। एक कर्मचारी ने बताया कि हमें जब उन्हें बाहर निकाला और पूछा कि कौन हो तो उन्होंने खुद का नाम बताये हुए कहा कि इडियन क्रिकेटर हूं। इसके बाद एक सवारी का कंबल लेकर उनके शरीर को ढका। इसके बाद आई एंबुलेंस से उन्हें अस्पताल भेज दिया गया।