https://twitter.com/RichaChadha_/status/793045586866008064
देशभर में रविवार (30 अक्टूबर) को दीपावली का त्योहार मनाया गया है। दीपावली पर पटाखे जलाने को लेकर हमेशा से दो मत रहे हैं। कुछ लोग पटाखे जलाने के सपोर्ट में रहते हैं तो कुछ इसके विरोध में। दीपावली से अगले ही दिन आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस बार दिवाली से दिल्ली में प्रदूषण की मात्रा ने पिछले 2 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बीते 36 घंटों के दौरान दिल्ली की हवा में PM 10 की संख्या 4000 को भी पार कर गई। बॉलीवु़ड एक्ट्रेस रिचा चड्ढा ने इसी रिपोर्ट को रिट्विट करते हुए सोमवार सुबह एक ट्विट किया। उन्होंने अपने ट्वीट में पटाखों का इस्तेमाल करना सरासर गलत बताते हुए अपने विचार रखे थे। जिसके बाद कई लोग रिचा के विरोध में ट्वीट करने लगे। हालांकि रिचा ने लगभग हर ट्विटर यूजर को करारा जवाब देते हुए रिप्लाई किया है।
अपने पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा, ” जिसने भी कल पटाखे जलाए हैं उन्हें मौत प्यारी है। हमें जीने के लिए ऑक्सीजन की जरूरत होती है या रोशनी व धुएं की?”
https://twitter.com/RichaChadha_/status/792977568328720384?ref_src=twsrc%5Etfw
उनका यह ट्वीट कई यूजर्स को पसंद नहीं आया और लोग विरोध में कमेंट करने लगे। @dugarsanjays ने लिखा, ” क्यों नहीं आप कार और एसी का इस्तेमाल और मांस खाना बंद कर देती, जिससे पूरे साल प्रदूषण होता है।”
@TheHindu @DaminiNath y don't u stop using ur cars n Ac's they pollute whole year ,y don't u all stop eating animals #think
— Sanjay Dugar ??? (@dugarsanjays) October 31, 2016
रिचा ने जवाब दिया, ” आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि मैं शाकाहारी हूं। लेकिन आप पटाखे जलाइए और बुजुर्ग, नवजात, जानवर, अस्थमा के रोगियों और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाइए।” उन्होंने यह भी कहा, “पटाखे और कार में कोई फर्क नही हैं? क्या तुम काम पर रॉकेट में जाते हो? ”
https://twitter.com/RichaChadha_/status/792985035628482560?ref_src=twsrc%5Etfw
https://twitter.com/RichaChadha_/status/792988491462434816
इस तरह रिचा को कई लोगों के ट्वीट्स आए, जिनका उन्होंने मुहतो़ड़ जवाब दिया।
https://twitter.com/htrivedivarma/status/792987324741058560
https://twitter.com/RichaChadha_/status/792988683683192832
I do what I do because I like it, including crackers. Whether it's cultural, religious, just for the joy of it, is irrelevant.
— Vishal Kothari (@tovishalck) October 31, 2016