Arnab Goswami, Republic TV: महाराष्ट्र विधानसभा ने रिपब्लिक हेड अर्णब गोस्वामी को विशेषाधिकार हनन का नोटिस भेजा है। 60 पन्नों के नोटिस पर अर्णब गोस्वामी ने अपने चैनल और सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों तक अपनी बात पहुंचाई है। अर्णब गोस्वामी का कहना है कि वो सच के लिए लड़ते रहेंगे और सरकार से लगातार सवाल पूछते रहेंगे। इसके साथ ही अर्णब गोस्वामी  ने यह भी कहा है कि, उनसे रिपोर्टिंग के अधिकार को कोई नहीं छीन सकता है।

रिपब्लिक टीवी के माध्यम से अर्णब गोस्वामी ने सोशल मीडिया में कहा- मैं भारत के लोगों से बात करना चाहता हूं। महाराष्ट्र की विधानसभा ने मुझे 60 पन्नों की एक चिट्ठी भेजी है। मुझसे पूछा गया है कि मैं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से सवाल क्यों कर रहा हूं। मुझे जेल भेजने और विशेषाधिकार हनन की धमकी दी गई है। मैंने इसके खिलाफ लड़ने का फैसला किया है। मैं उद्धव ठाकरे और दूसरे चुने हुए प्रतिनिधियों से सवाल पूछता रहूंगा और उनसे लड़ता रहूंगा। मैं उनसे कोर्ट में लड़ूंगा, लेकिन ऐसी अलोकतांत्रिक परंपराओं से हार नहीं मानूंगा।

अर्णब गोस्वामी ने आगे कहा- संविधान पर किसी का विशेषाधिकार नहीं है। इस पर देश के हर नागरिक का अधिकार है। मैं इस अधिकार का प्रयोग जारी रखूंगा और अपने सवाल पूछता रहूंगा। मुझसे रिपोर्टिंग का अधिकार कोई नहीं छीन सकता।

 

बता दें कि 8 सिंतबर को शिवसेना ने रिपब्लिक टीवी हेड अर्णब गोस्वामी के खिलाफ विधानसभा में विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश किया था। अर्णब गोस्वामी के साथ ही बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ भी सदन में प्रस्ताव लाया गया था। विधानसभा अध्यक्ष ने दोनों ही प्रस्तावों को स्वीकार कर लिया था।

महाराष्ट्र की सत्ता पर काबिज शिवसेना का आरोप है कि अर्णब गोस्वामी ने सुशांत सिंह राजपूत निधन (SSR Case) मामले की मीडिया रिपोर्टिंग में राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ अपमानजनक और आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया है। शिवसेना का आरोप है कि, ‘अर्णब गोस्वामी अपने शो में महाराष्ट्र के मंत्रियों, लोकसभा और विधानसभा सदस्यों का अपमान लगातार करते रहे हैं। इसके अलावा अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में उन्होंने हमारे खिलाफ निराधार आरोप लगाए हैं।’