केंद्रीय कानून एवं सूचना प्रौद्यौगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने रविवार को डिजी गांव योजना में चयनित धनौरी कला गांव का दौरा किया। यहां चौपाल लगाई। इस दौरान एक तस्वीर पोस्ट कर कहा-गांव की उन महिलाओं से संवाद करना उत्सुकता भरा रहा, जिन्होंने सेनेटरी नैपकिन बनाने की यूनिट खोली है, यह न केवल उनके लिए जीवनयापन का साधन बना है बल्कि मासिक धर्म स्वच्छता के प्रति जागरूकता को भी बढ़ावा मिल रहा है। यह कॉमन सर्विस सेंटर के स्त्री स्वाभिमान का अंश है।
तस्वीर में रविशंकर के साथ केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा सहयोगियों के साथ बैठे दिखे, जबकि कोई महिला साथ नहीं थी, जिनके साथ संवाद का दावा किया गया था। इस परसोशल मीडिया यूजर्स ने ट्रोल करना शुरू कर दिया।यशस्वी नामक ट्विटर यूजर ने लिखा-आपने उन महिलाओं को कहां छुपा रखा है महराज। नो वन नामक ट्विटर हैंडल ने कहा-गांव की महिलाएं कहां हैं, आप गांव की महिलाओं का परिचय कराने की जगह अपनी मार्केटिंग क्यों कर रहे हैं, माफ करिएगा महिलाएं तस्वीर में शामिल होने की ज्यादा हकदार हैं। ज्योति शर्मा ने लिखा-सैनिटरी नैपकिन पर 12 प्रतिशत जीएसटी दिखाता है कि आप इसको लेकर कितना गंभीर हैं, फिर भी कहां हैं वे महिलाएं, जिनसे आपने संवाद किया।
It was heartening to interact with the village women who have set up sanitary pad manufacturing unit in Digi Gaon Dhanauri Kalan. This has not only created source of livelihood but also promoted awareness about menstrual hygiene. This is part of #StreeSwabhiman initiative of CSC. pic.twitter.com/YHGd9nNwGv
— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) May 20, 2018
बता दें कि गौतम बुद्ध नगर जिले के धनौरी कलां गांव को केंद्र सरकार की डिजी गांव योजना में चुना गया है। केंद्रीय सूचना प्रौद्यौगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने रविवार को गांव में वाई-फाई चौपाल का उद्घाटन किया। गांव में महिलाओं की ओर से स्थापित सैनिटरी नैपकिन यूनिट भी देखी।
बता दें कि डिजी गांव योजना के तहत धनौरी कला के अलावा हरियाणा के पियाला, दयालपुर, झारखंड में चाणक्यपुरी ईस्ट, शिव बबूदिह वहीं यूपी में सुल्तानपुर को इस पायलट प्रोजेक्ट के लिए चुना गया है। योजना के तहत गांवों में कॉमन सर्विस सेंटर(सीएससी) खुलना है।इन गांवों के जरिए डिजिटल इंडिया प्रोग्राम को बढ़ावा देना है।