सौम्या मैथ्यू
एक मां का सपना होता है कि वह अपने बच्चों को दुनिया की सारी खुशियां दे सके। मां हमेशा अपने बच्चों में खासकर बेटियों में खुद की परछाई खोजती है और उसके लिए हर मुश्किल आसान करने की कोशिश करती है। बेटी को जन्म देने से लेकर पढ़ाने, बड़ा करने और शादी करने तक का सफर एक मां के लिए बेहद ही भावनात्मक होता है। वह चाहती है कि उसकी बेटी के जीवन के हर कदम पर वह उसका साथ दे सके। अपनी बेटी को बड़ा करने के बाद किसी और के हाथों में सौंपना एक मां के लिए बहुत ही कष्टदायी होता है। भारतीय परंपरा में बेटी की शादी के वक्त सबसे महत्वपूर्ण रिवाज कन्यादान होता है। इस रिवाज को अक्सर दुल्हन के पिता निभाते हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर इस वक्त एक ऐसी तस्वीर काफी वायरल हो रही है, जिसमें एक मां अपनी बेटी का कन्यादान करते हुए दिख रही है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया में रहने वाली राजेश्वरी शर्मा सिंगल मदर हैं और उन्होंने अपनी बेटी को बिना पिता के ही बड़ा किया, उसे पढ़ाया और उसकी शादी की। वह अपनी बेटी संध्या की शादी में पूरी तरह से और हर रिती-रिवाज में शामिल होना चाहती थीं। पिछले साल राजेश्वरी ने चेन्नई के फोटोग्राफर वरुण सुरेश को अपनी बेटी की शादी की कुछ तस्वीरें भेजी थीं, जिन्हें वरुण ने हाल ही में शेयर किया। इन तस्वीरों में राजेश्वरी अपनी बेटी का कन्यादान करते हुए दिख रही हैं। फेसबुक पर बहुत से लोग इन तस्वीरों को शेयर कर रहे हैं और तारीफ कर रहे हैं।
आपको बता दें कि ऑस्ट्रेलिया में रहने वाली भारतीय मूल की राजेश्वरी अपने पति से 17 साल पहले ही अलग हो गई थीं, क्योंकि वह परिवार में ठीक तरह से ध्यान नहीं देते थे। पति की नजरअंदाजी की वजह से दोनों बच्चों की देखरेख के साथ-साथ नौकरी करना उनके लिए काफी मुश्किल हो गया था। द न्यूज़ मिनट के मुताबिक राजेश्वरी ने बताया, ‘मेरे पति मेरी और मेरे बच्चों की जिंदगी में ज्यादा ध्यान नहीं देते थे, इसलिए अलग होने के बाद बच्चों के लिए ज्यादा मुश्किल नहीं हुई। मेरे परिवार ने मेरा साथ दिया।’ जब संध्या ने सैम से शादी करने का फैसला किया, राजेश्वरी बेहद खुश हुईं। सैम का परिवार भी पारंपरिक शादी चाहता था, इसलिए संध्या की शादी चेन्नई में हुई। राजेश्वरी ने पुरुष प्रधान रिवाजों से दूरी बनाते हुए अपनी बेटी का कन्यादान किया। उन्होंने बताया, ‘मैं मेरी बेटी की शादी को अच्छे से एन्जॉय करना चाहती थी, इसलिए मैंने फैसला किया कि मैं ही उसका कन्यादान करूंगी।’

