रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने ट्विटर पर वंदे भारत ट्रेन का एक वीडियो शेयर किया। जिसमें वंदे भारत ट्रेन को पहाड़ में दौड़ते हुए दिखाया गया है। वीडियो में दिखाई दे रही वंदे भारत ट्रेन काफी स्पीड से चलती दिखाई दे रही है। ऑल्ट न्यूज के मोहम्मद जुबैर (Mohammed Zubair) ने रेल मंत्री द्वारा शेयर किये गए वीडियो पर सवाल उठाया तो सुदर्शन न्यूज के संपादक सुरेश चव्हाणके (Suresh Chavhanke) ने जवाब दिया है।
रेल मंत्री ने शेयर किया वीडियो
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने वीडियो शेयर कर लिखा है कि पहली बार वंदे भारत ट्रेन घाटियों के बीच से गुजरी। हालांकि इस दौरान वंदे भारत ट्रेन को अतिरिक्त लोकोमोटिव का उपयोग नहीं किया गया। अक्सर पहाड़ों से होकर गुजरने वालीं ट्रेनों में अतिरिक्त लोकोमोटिव का उपयोग किया जाता है लेकिन वंदे भारत ट्रेन में इसका उपयोग नहीं किया गया। हालांकि इस वीडियो को लेकर मोहम्मद जुबैर ने ट्रेन की स्पीड को अधिक दिखाए जाने पर सवाल उठाया।
मोहम्मद जुबैर ने उठाया सवाल तो आया ऐसा ट्वीट
मोहम्मद जुबैर ने ट्वीट किया, ” रेल मंत्री द्वारा 2X स्पीड से वीडियो शेयर करने का कारण समझ नहीं आ रहा है।” इस पर सुदर्शन न्यूज के संपादक सुरेश चव्हाणके ने ट्वीट कर लिखा कि “पत्थरबाज निशाना लगा कर खिड़की पर पत्थर ना मार सके इसलिए” सोशल मीडिया पर तमाम लोग इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
यूजर्स की प्रतिक्रियाएं
भाजपा नेता अजय शेरावत ने लिखा कि पॉजिटिव काम में भी जो नेगेटिव ढूंढ ले वो गद्दार है ये लोग। जवाब में एक यूजर ने लिखा कि मंत्री जी को भी पॉजिटिव काम मे मसाला नहीं लगाना चाहिए। @Saumya_Shobhnam यूजर ने लिखा कि मजे की बात तो यह है कि मंत्री जी बता रहे हैं कि, पहली बार वंदे भारत जो है वह भारत के दो सबसे गहरे घाटियों से होकर गुजर रही है, ना की वो ट्रेन की गति के बारे में कह रहे हैं। उस पर भी जुबैर की टिप्पणी से साबित है कि वह बस विरोध के लिए तरीके खोजते हैं।
@SudhirK96414082 यूजर ने लिखा कि जिस थाली में खाना, उसी में छेद करना ये वही लोग है। एक अन्य यूजर ने लिखा कि अगर मंत्री जी सिर्फ वंदे भारत ट्रेन का ट्रायल दिखाना चाह रहे थे तो स्पीड बढ़ाने की क्या जरूरत थी? विनीत नाम के यूजर ने लिखा कि ये अपने को फैक्चेकर कहते हैं लेकिन असल में ये लोग नफरती चिंटू हैं।