कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा हिंदू और हिंदुत्व को लेकर दिए गए बयान पर योग गुरु बाबा रामदेव ने पलटवार किया है। उन्होंने न्यूज़ 18 इंडिया चैनल से बातचीत के दौरान कहा कि व्यक्ति और व्यक्तित्व एक ही है। अब बोलोगे कि व्यक्ति अलग है और व्यक्तित्व अलग है…ए बावले। इतना तो पढ़ लेना चाहिए, इतना बावला नहीं होना चाहिए।

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा यह तो अक्षर बोध है। संस्कृति और भारतीयता का बोध तो बहुत बड़ा विषय है। यह केवल राजनैतिक प्रोपेगेंडा है, उनकी तरफ से हमेशा कहा जाता है कि मैं ब्राह्मण हूं और जनेऊ पहनता हूं लेकिन मेरी जनेऊ और उनकी जनेऊ में अंतर है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हिंदू एक संस्कृति है और संस्कृति का बोध ही हिंदुत्व है। उन्होंने कहा कि सनातन का अर्थ है जो सदा से ही चला रहा हैं। इस देश में रहने वाले सभी लोगों को एक धारा की प्रवाह में चलना चाहिए।

इस वीडियो को एंकर अमन चोपड़ा ने अपने ट्विटर हैंडल से शेयर किया है। जिस पर कई सोशल मीडिया यूजर्स ने अपनी प्रतिक्रिया दी हैं। अनामिका दुबे नाम की ट्विटर यूजर ने कमेंट किया कि राहुल गांधी के लिए यह परफेक्ट रिप्लाई है। दीपक अग्रवाल नाम के यूजर लिखते हैं कि आपकी बात सुनकर तो बाबाजी मजा ही आ गया। इनको पता नहीं कहां से हिंदू और हिंदुत्व अलग समझ आता है।

प्रवीण खंडेलवाल नाम के यूजर ने कमेंट किया कि अगर बावले में इतनी बुद्धि होती तो वंश का विनाश ना होता। ढोल ताड़ना के अधिकारी हैं। कैलाश नाथ यादव (@kailashnathsp) नाम के ट्विटर हैंडल से लिखा गया – स्वामी जी व्यक्ति और व्यक्तित्व में फर्क होता है इतना ज्ञान तो आपको भी होना चाहिए। अनुज नाम के ट्विटर यूजर लिखते हैं कि यह धर्म के ज्ञानी हैं। जिन्हें यह नहीं पता है कि व्यक्ति और व्यक्तित्व अलग – अलग होता है। राम और रावण व्यक्ति स्वरूप थे लेकिन उनके व्यक्तित्व में जमीन आसमान का अंतर था।

जानकारी के लिए बता दें कि रविवार को राजस्थान में महंगाई के खिलाफ महारैली में राहुल गांधी ने कहा था कि देश की राजनीति में 2 शब्दों की टक्कर चल रही है। एक शब्द हिंदू और दूसरा शब्द है हिंदुत्ववादी… मैं हिंदू हूं लेकिन हिंदुत्ववादी नहीं हूं। इसके साथ उन्होंने यह भी कहा था कि महात्मा गांधी हिंदु थे लेकिन गोडसे हिंदुत्ववादी था। इस देश में हिंदुत्ववादियों का राज है, हिंदुओं का नहीं।