केरल में राहुल गांधी ने एक घायल व्यक्ति की मदद के लिए अपना काफिला रोका। एक एम्बुलेंस से व्यक्ति को अस्पताल भिजवाया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और कई पत्रकारों ने राहुल गांधी की जमकर तारीफ की। पत्रकारों के ट्वीट शेयर कर कांग्रेस नेत्री ने तंज कसा तो पत्रकार सुशांत सिन्हा ने इस पर जवाब दिया है।
कांग्रेस नेत्री रागिनी नायक ने पत्रकारों के ट्वीट का स्क्रीन शॉट शेयर कर लिखा कि “भय बिन होए न प्रीति।” रागिनी नायक ने जिन पत्रकारों का स्क्रीनशॉट शेयर किया उसमें सुशांत सिन्हा भी शामिल थे। रागिनी नायक के ट्वीट पर अब सुशांत सिन्हा ने अपना जवाब दिया है।
सुशांत सिन्हा ने लिखा कि “दोष आपलोगों का नहीं,आपको पिद्दी मीडिया की आदत है जिनका काम ही है सही को भी गलत बोलकर एजेंडा चलाना इसलिए आपको पता ही नहीं कि सही को सही और गलत को गलत बतानेवाले पत्रकार भी हो सकते हैं। रही बात भय की तो वो आपलोग इमरजेंसी लगाकर लाने का असफल प्रयास पहले कर चुके हैं। रिज़ल्ट पता ही है।”
लोगों की प्रतिक्रियाएं: प्रदीप ओझा ने लिखा कि ‘हम समझ सकते है जाने कितने साल लग गए, पहली बार तारीफ मिली है तो खुशी संभाली नही जा रही।’ अतुल नाम के यूजर ने लिखा कि ‘घोषित इमरजेंसी मे भी पत्रकारों पर इतना दबाव नहीं था, जो इस समय अघोषित इमरजेंसी में है।’
प्रवीण पाण्डेय ने लिखा कि ‘जो नेता अपने ही नेता के तारीफ पर सवाल उठाए, उसे आप कैसे समझा सकते हैं? छोडिये जाने दीजिये।’ अजीत गिरी नाम के यूजर ने लिखा कि ‘असली समस्या तो कांग्रेस की यही है कि इन्हें बदलना ही नहीं है। सत्य के साथ रहिए देखिए कौन सी मीडिया आपको महत्व नहीं देती है। अरे मैडम काहे का भय। गजब है।’
बता दें कि कुछ दिन पहले ही राहुल गांधी के बयान को लेकर गलत खबर प्रसारित हुई थी। इस पर कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी देते हुए कई पत्रकारों पर केस करने की बात कही थी। इसके बाद जब राहुल गांधी द्वारा मदद किये जाने का वीडियो सामने आया तो पत्रकारों ने तारीफ की। दोनों घटनाओं को आपस में जोड़कर कांग्रेस नेताओं ने पत्रकारों की खिंचाई करने की कोशिश की।