केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कानून के विरोध में किसान नेता 7 महीने से देशभर में आंदोलन कर रहे हैं। इसी दौरान दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों और भाजपा कार्यकर्ताओं में झड़प हो गई। इसी मुद्दे पर एक न्यूज़ चैनल पर डिबेट हो रही थी। शो के दौरान बीजेपी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस की रागिनी नायक ने कहा कि जिस जगह किसान आंदोलन कर रहे हैं वहीं से बीजेपी को रैली निकालने की क्या जरूरत है। डिबेट की टैग लाइन पर नाराज़गी जताते हुए वह एंकर पर भड़क गई।
दरअसल यह डिबेट इंडिया टीवी न्यूज़ चैनल पर हो रही थी। इस दौरान रागिनी नायक ने किसान के धरना प्रदर्शन के विषय पर बोलते हुए कहा कि किसान काले झंडे दिखा रहे हैं जो डंडे पर लगे हुए हैं। उसी तरह से भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता भी झंडे पर डंडा दिखा रहे हैं लेकिन आपकी जो नीचे टाइम लाइन चल रही है वह चल रही है कि किसानों के हाथ में डंडा है।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए रागिनी नायक ने कहा कि अगर दो समुदाय एक दूसरे को झंडे दिखा रहे हैं, डंडे दोनों के हाथ में है। कांग्रेस प्रवक्ता ने भाजपा के कार्यकर्ताओं पर हमला बोलते हुए कहा कि जहां किसान बैठे हुए हैं शांतिपूर्ण धरना दे रहे हैं, वहीं इन्हें भारतीय जनता पार्टी की रैली निकालनी है।
2समुदाय अगर झंडे दिखा रहे तो डंडे दोनों के हाथ में हैं
किसानों को बदनाम करने के लिए क्यों आप टैग लाइन चला रहे हो”किसानों के हाथ में डंडे” डंडे दोनोंसमुदाय के हाथ में हैंजहां किसान शांतिपूर्ण ढंग से धरना प्रदर्शन कर रहे हैंBJP रैली वही निकाल रही है @NayakRagini#मोदी_किसान_विरोधी pic.twitter.com/WK2rTSLWxL— Ajitesh Bansal (@AjiteshBansal1) June 30, 2021
उनके इस जवाब पर शो के एंकर पंकज ने रागिनी नायक से सवाल पूछा कि, ‘ रागिनी जी आप हमेशा यह बात कहती हैं कि आप किसानों की हितैषी है, तो बताइए समाधान क्या है’? इस सवाल का जवाब देते हुए रागिनी नायक ने कहा कि इस समस्या का समाधान तो मोदी सरकार को निकालना पड़ेगा।
किसान हमारे देश का हिस्सा है किसान आतंकवादी नहीं है किसान देश के पेट को भरने का काम करता है किसान अपनी खुशी से नहीं बैठे हैं धरने पर, इतनी धूप में बरसात में बैठे हैं और मोदी सरकार उनके ऊपर लाठियां बरसाती है औरतों को भी नहीं छोड़ती #मोदी_किसान_विरोधी@NayakRagini @sushant_says pic.twitter.com/IK0eAs2jE8
— Vikas Bansal (@INCBANSAL) June 30, 2021
उन्होंने कहा कि किसान हमारे देश का हिस्सा है, किसान आतंकवादी नहीं है। किसान इस देश के पेट को भरने का काम करते हैं, उनकी मांग को आप को सुनना पड़ेगा। इतनी आपत्ति के दौर में किसान अपनी खुशी से धरने पर नहीं बैठे हैं।

