कानपुर हिंसा (Kanpur Violence) के बाद यूपी पुलिस द्वारा आरोपियों को चिन्हित करके कार्रवाई की जा रही है। ऐसे में हिंसा ग्रस्त इलाके में बुलडोजर भी पहुंचा था। बुलडोजर के जरिए फेंके गए पत्थरों को ट्रकों में लादा गया। प्रशासन ने अब तक 100 से ज्यादा उन घरों और इमारतों की पहचान की है, जहां पर पथराव किया गया है। इसी बीच शहर के काजी अब्दुल हाज़ी ने कहा कि सिर पर कफन बांध कर हम आएंगे।
काजी का पूरा बयान : इस मामले पर का जी द्वारा कहा गया कि यदि बुलडोजर चलाने जैसे कदम उठाए गए तो सिर पर कफन बांध कर सड़कों पर आएंगे। अब हम ज्यादा दिन इंतजार नहीं कर पाएंगे। सब्र की इंतहा हो गई है। अगर ऐसा ही होना है तो हो जाए। इसके साथ ही उनके द्वारा यह भी कहा गया कि वह कानून को नहीं तोड़ते हैं।
तोड़िए जितने मकान तोड़ने हैं : काजी द्वारा कहा गया कि हमें रहने नहीं देना, हमारे बच्चों को पकड़ना। उनके साथ गलत व्यवहार करना और घर तोड़ देना। यह सब ठीक है, हम मरने के लिए तैयार हैं। तोड़िए जितने मकान तोड़ने हैं। उन्होंने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए कहा कि 90 से 95 पीस दी मुसलमानों की गिरफ्तारियां हो रही हैं, केवल कुछ दूसरे पक्ष के लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि अगर इस पूरे प्रकरण को देखा जाए तो ऐसा नहीं है कि सिर्फ मुसलमान ही इसमें दोषी हैं।
मुसलमानों ने की है यह गलती : काजी द्वारा यह भी कहा गया कि मुसलमानों ने गलती की है, उन्हें जुलूस नहीं निकालना चाहिए था लेकिन पत्थर तो ऊपर से आए हैं। उन्होंने दावा किया कि ऐसे वीडियो मौजूद है जिसमें पत्थर फेंके गए हैं, इसके जवाब में ही दूसरे तरफ से भी पत्थर फेंका गया। इस मामले में दोनों ही पक्ष की ओर से गलतियां हुईं हैं लेकिन गिरफ्तारी एक तरफ के लोगों की ज्यादा हो रही है। काजी ने कहा कि इसमें बेगुनाहों की गिरफ्तारियां ज्यादा हो रही हैं, यह इतना बड़ा मसला नहीं था।
सोशल मीडिया पर लोगों के रिएक्शन : महक नाम की एक सोशल मीडिया यूजर कमेंट करती हैं, ‘ तब ऐसे शहर के काजी कहां थे, जब उन्हें शांति की शिक्षा देनी थी।’ सचिन नाम के एक यूजर लिखते हैं कि यह बात समझ में नहीं आती कि जब दंगाइयों के खिलाफ होती है तो मुस्लिम समाज के लोग इसे खुद के साथ क्यों जोड़ लेते हैं। प्रशांत सिंह नाम के एक यूजर ने लिखा – वाह रे मियां, एक तो चोरी ऊपर से सीना जोरी। विवेक मिश्रा नाम के एक यूजर द्वारा लिखा गया, ‘ इतनी बड़ी धमकी योगी जी को।’