झारखंड के दुमका में एक लड़की पर सिरफिरे आशिक पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा देने का आरोप है। इसको लेकर सियासत भी तेज हो गई। भाजपा नेता ने हेमंत सोरेन सरकार पर कई तरह के सवाल उठाए हैं। इस बीच कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक ट्वीट किया। जिस पर सोशल मीडिया यूजर्स कई तरह के रिएक्शन देते नजर आ रहे हैं।

प्रियंका गांधी ने किया ऐसा ट्वीट

प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा कि झारखंड 12वीं में पढ़ने वाली एक लड़की की निर्मम हत्या की घटना दिल दहलाने वाली है। अपराधियों को त्वरित सजा मिलनी चाहिए। अपराध की रोकथाम न्याय के लिए जरूरी है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाओं में सख्त व जल्द कानूनी प्रक्रिया पूरी की जाए। प्रियंका गांधी द्वारा किए गए ट्वीट पर कुछ सोशल मीडिया यूजर्स उनकी बातों का समर्थन कर रहे हैं तो वहीं कुछ लोगों ने तंज कसते हुए कई तरह के सवाल किए हैं।

लोगों की प्रतिक्रियाएं

पुनीत अग्रवाल नाम के एक यूजर लिखते हैं कि लड़की हूं, लड़ सकती हूं। केवल चुनाव के लिए था क्या? यहां नहीं लड़ेंगी, कब जा रही हैं झारखंड? करन राठौर नाम के ट्विटर यूजर लिखते हैं – हाथरस की तरह झारखंड नहीं जा रही हैं? ऐसा दोगलापन क्यों? शायद वोट बैंक का मामला है, कांग्रेस की सरकार है इसलिए यहां आपका एजेंडा फिट नहीं बैठ रहा है। अभिनव शुक्ला नाम के यूजर पूछते हैं कि मैडम झारखंड की ओर कब रवाना हो रही हैं?

अजय नाम के एक यूजर द्वारा लिखा गया कि गुजरात में बिलकिस बानो का मामला हो या झारखंड का, महिलाओं के साथ जो कुछ भी हो रहा है। वह हमारे भारत की छवि खराब कर रहा है। ऐसे अपराधियों को जल्द से जल्द फांसी पर चढ़ा देना चाहिए। नसीम नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘हमें पूरा यकीन है कि हमारी गठबंधन की सरकार दोषी को गंभीर से गंभीर सजा दिलवाकर समाज में एक बेहतर उदाहरण पेश करेगी।’

जानिए पूरा मामला

क तरफा प्यार में पागल लड़के ने 22 अगस्त से पहले लड़की को फोन करके धमकी देते हुए कहा था कि मैं तुम्हारे घर आ रहा हूं। इस बात की जानकारी लड़की ने अपने परिवार वालों को दे दी थी। जिसके बाद 23 अगस्त की सुबह 4 बजे लड़का लड़की के कमरे में खिड़की के रास्ते घुस जाता है, उस पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा देता है। बुरी तरह जल चुकी लड़की को दुमका के एक अस्पताल ले जाया जाता है और उसके बाद रांची के रिम्स में भेज दिया जाता है। इलाज के दौरान लड़की जिंदगी की जंग हार गई। इस मामले को लेकर विपक्षी दलों ने हेमंत सोरेन सरकार को घेरने की कोशिश की है।