प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद के विशेष सत्र के पहले दिन सदन को संबोधित किया। पुराने संसद भवन में कार्यवाही के आखिरी दिन अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने संसद से जुड़े तमाम लोगों को याद किया। संसद में काम करने वाले कर्मचारियों, माली समेत पत्रकारों, सुरक्षाकर्मियों को भी याद किया और उन्हें धन्यवाद कहा है। हालांकि पीएम मोदी ने पत्रकारों को लेकर ऐसा कुछ कहा, जिसे सुनने के बाद सांसद ठहाके लगाने लगे।
पत्रकारों पर क्या बोले पीएम मोदी?
संसद में अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जब हम इस संसद भवन को छोड़ रहे हैं तब मैं उन पत्रकार मित्रों को भी याद करना चाहता हूं, जो संसद भवन से जुड़े रहे हैं। कुछ पत्रकार तो ऐसे जिन्होंने जीवनभर संसद के काम को ही रिपोर्ट किया है। एक प्रकार से वो जीवंतसाक्षी रहे हैं। उन्होंने यहां की पल-पल की जानकारी लोगों तक पहुंचाई, तब तो टेक्नोलॉजी भी इतनी अधिक नहीं थी।
सदन में लगे ठहाके
इसके बाद पीएम मोदी ने कहा, “पत्रकारों का सामर्थ्य था कि वह अंदर की जानकारी लोगों तक पहुंचाते थे और अंदर के अंदर की भी जानकारी लोगों तक पहुंचाते थे।” पीएम मोदी की ये बात सुनकर लगभग सभी सांसद हंस पड़े और ठहाके लगाने लगे। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि मैंने देखा है ऐसे पत्रकार जो शायद नाम से नहीं जाने जाते होंगे लेकिन उनके काम को कोई भूल नहीं सकता।
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प्रधानमंत्री ने कहा कि जैसी ताकत संसद की दीवारों में रही हैं, वैसा ही दर्पण उनकी (पत्रकारों की) कलम में रहा है। मेरे लिए ये सदन छोड़ना भावुक पल है और मैं पक्का मानता हूं कि पत्रकार बंधुओ के लिए भी ये सदन छोड़ना उतना ही भावुक पल होगा क्योंकि उनका लगाव हमसे भी ज्यादा होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि संसद भवन पर हुआ आतंकी हमला सिर्फ एक इमारत पर नहीं था, ये हमला हमारी जीवात्मा पर था। ये देश उस घटना को कभी नहीं भूल सकता। आतंकियों से लड़ते लड़ते सदन और सदस्यों को बचाने के लिए जिन्होंने अपने सीने पर गोलियां झेलीं हैं, आज मैं उनको भी नमन करता हूं। आज वो हमारे बीच नहीं है लेकिन उन्होंने बहुत बड़ी रक्षा की है।