प्रधानमंत्री मोदी के जीवन के बारे में बहुत सी बातें सार्वजानिक हो चुकी हैं लेकिन अभी कुछ ऐसी बातें निकलकर सामने आती हैं जो हर किसी को हैरान कर देती है। पीएम मोदी अपने कीमती उपहार को भी नीलाम कर, मिले पैसे को दान कर चुके हैं। लेकिन बहुत कम लोग ही जानते हैं कि जब नरेंद्र मोदी, गुजरात के सीएम का पद छोड़कर दिल्ली पीएम पद की शपथ लेने आ रहे थे तो वो अपनी सैलरी का एक भी रुपया साथ नहीं लाए थे।

‘गुजरात से एक भी रुपया लेकर नहीं आए मोदी’: Modistory.in से बात करते हुए गुजरात के सांसद नरहरि अमीन बताते हैं कि ‘नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, उसके बाद जब नरेंद्र मोदी दिल्ली आकर प्रधानमंत्री बने तो गुजरात के मुख्यमंत्री के नाते उन्हें जो सैलरी मिलती थी, सरकार की तरफ से जो भी फाइनेंसियल मदद होती थी, कुल मिलाकर उनके अकाउंट में 35 से 40 लाख रूपये जमा थे। इसमें से एक ही पैसा मोदी साहब दिल्ली लेकर नहीं आए।

‘आजादी के 70 साल बाद भी ऐसा कोई नेता नहीं कर सकता’: नरहरि अमीन बताते हैं कि ‘नरेंद्र मोदी के साथ 12 साल तक काम करने वाले सेक्युरिटी के लोग, कर्मचारी, चपरासी, रसोई का काम करने वाले, सफाई करने वाले लोगों में उन्होंने पूरा पैसा बांट दिया था। आजादी के 70 साल बाद भी कोई भी राजनीतिक आदमी, चाहे वो विधायक हो, सांसद, मंत्री, मुख्यमंत्री या कोई और हो किसी ने भी अपना पद छोड़ते वक्त ऐसा नहीं किया लेकिन मोदी जी ने ऐसा किया था।’

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जो भी उपहार देश-विदेश से मिलते हैं, उनको नीलाम कर दिया जाता है। इसके लिए बाकायदा एक वेबसाईट pmmementos.gov.in भी बनाई गई है। जहां से कोई भी पीएम मोदी को मिले उपहार की बोली लगाकर उसे खरीद सकता है।

गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर 2021 को अपने जन्म दिन के मौके पर गिफ्टस की नीलामी की थी। तब यह प्रावधान किया गया था कि नीलामी से इकट्ठा हुए पैसे को नमामि गंगे प्रोजेक्ट पर खर्च किया जायेगा। अब तक प्रधानमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी को मिले उपहारों की तीन बार बोली लगाई जा चुकी है।