जन सुराज अभियान के तहत पदयात्रा पर निकले राजनीतिक विश्लेषक प्रशांत किशोर ने बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की पढ़ाई को लेकर तंज कसा है। मीडिया से बातचीत करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि लालू प्रसाद का लड़का 9 वीं फेल होकर मुख्यमंत्री बनाना चाहता है और दूसरों का बच्चा 9 वीं पास होकर भी चपरासी की नौकरी नहीं ले सकता। प्रशांत किशोर के इस बयान पर पत्रकार आशुतोष ने कमेंट किया है।
प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव पर यूं ली चुटकी
तेजस्वी यादव पर चुटकी लेते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि लालू यादव का बेटा 9 वीं पास है लेकिन तब भी वह मुख्यमंत्री बनेगा, और आप लोगों का बेटा अगर 9 वीं पास है तो क्या उसे चपरासी की भी नौकरी मिलेगी? इसके साथ प्रशांत किशोर ने कहा, ‘जिसके पिता विधायक या मंत्री हो, उसके बेटे को 9 वीं पास होने पर भी नौकरी मिल जाती है और दूसरे लोगों का क्या?’ जानकारी के लिए बता दें कि प्रशांत किशोर ने जनसुराज पदयात्रा के दौरान स्थानीय महिलाओं से बात करते हुए तेजस्वी यादव पर चुटकी ली।
पत्रकार आशुतोष ने किया ऐसा कमेंट
पत्रकार आशुतोष ने प्रशांत किशोर के बयान पर तंज कसते हुए कमेंट किया, ‘अकबर तो निरक्षर था और कबीर भी।’ पत्रकार आशुतोष द्वारा किए गए कमेंट पर लोग कई तरह के रिएक्शन दे रहे हैं। कुछ लोगों ने उनके ट्वीट का समर्थन किया है तो वहीं ज्यादातर लोगों ने उन पर कटाक्ष करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है। वहीं कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने पीएम मोदी की डिग्री पर किए गए उनके पुराने ट्वीट का स्क्रीनशॉट शेयर कर निशाना साधा है।
लोगों की प्रतिक्रियाएं
पत्रकार ओम थानवी लिखते हैं कि वह वक़्त और था। यह सही है कि निरक्षर या डिग्रीविहीन होने का अर्थ अज्ञानी होना नहीं है। फिर भी आप जिसका हवाला लाए, वह वक़्त और था। अकबर को किसी ने चुना नहीं। कबीर को उनके वक़्त में किसी ने गुना नहीं। अतुल तिवारी नाम के ट्विटर यूजर द्वारा लिखा गया – आप कलयुग में हैं, पढ़ाई का आज के वक्त जितना महत्व तब नहीं था। तब सर्टिफिकेट से नौकरी नहीं मिलती थी, तब ज्ञान सर्वोपरि था। किसी भी चीज की तुलना तब और आज से करना बहुत बड़ी मूर्खता है।
निशांत आजाद नाम के यूज़र ने पीएम मोदी को लेकर आशुतोष द्वारा किए गए पुराने ट्वीट का स्क्रीनशॉट शेयर कर सवाल किया कि फिर ये क्या था कांशीराम के प्रिय जी?
रवि शंकर यादव नाम के ट्विटर यूजर ने सवाल किया, ‘क्या तुम तेजस्वी यादव की तुलना अकबर और कबीर उसे कर रहे हो? ये तो हद हो गई है।’