प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेडियो पर आने वाले अपने कार्यक्रम ‘मन की बात’ के लिए जनता से सुझाव मांगे, इस पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी उन्हें सुझाव दे दिए। राहुल गांधी ने पीएम मोदी के सुझाव मांगने वाले ट्वीट को ही ट्वीट करते हुए दो बड़े मुद्दों पर उनसे मन की बात करने को कहा है। राहुल गांधी ने साथ ही शिकायत भी कि है कि पिछले महीने मन की बात कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री ने उनके सुझावों पर गौर नहीं किया था। राहुल गांधी ने तंज मारते हुए ट्वीट में यह भी लिखा है कि जब उनका दिल जानता है कि हर भारतीय उनसे क्या सुनना चाहता
है तो फिर वह आइडिया क्यों मांगते हैं? दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 फरवरी को ट्वीट कर 25 फरवरी को प्रसारित होने वाले ‘मन की बात’ कार्यक्रम के लिए जनता से सुझाव मांगे थे। ट्वीट में टोल फ्री नंबर 1800-11-7800 भी दिया गया था ताकि सुझाव देने वाले का संदेश रिकॉर्ड हो सके। ट्वीट में यह भी बताया गया था लोग नरेंद्र मोदी एप या फिर mygov.in पर जाकर भी अपने सुझाव दे सकते हैं।

प्रधानमंत्री के इस निमंत्रण पर राहुल गांधी ने अपने सुझाव दिए और पहले की व्यथा व्यक्त की। राहुल गांधी ने ट्वीट में लिखा- ”मोदी जी, पिछले महीने आपने अपने एकालाप ‘मन की बात’ के लिए मेरे सुझावों को नजरअंदाज कर दिया। जब आपका दिल जानता है कि हर भारतीय आपसे क्या सुनना चाहता है तो फिर आप आइडिया क्यों मांगते हैं? 1. नीरव मोदी की 22,000 करोड़ की लूट और फरार होना। 2. 58000 करोड़ का राफेल घोटाला। मैं इस बारे में आपके प्रवचन सुनना चाहता हूं।”

हालांकि राहुल गांधी के ट्वीट पर कुछ यूजर्स ने उन्हीं की चुटकी ले ली। एक यूजर ने लिखा- ”सरकारी आंकड़ों के मुताबिक नीरव मोदी ने 11000 करोड़ की चपत लगाई, लेकिन युवराज कहते हैं कि 22000 करोड़ की लूट हुई। मैं उनके साथ सहमत हूं, जैसा कि उनकी मां और उनके वंश को बड़े घोटालों का अनुभव है।” एक और यूजर ने लिखा कि घोटाले तो 1950 से ही हो रहे हैं लेकिन घोटालेबाजों ने जन्मभूमि छोड़कर भागना सिर्फ 2014 से शुरू किया है। कुछ तो बदला है। बता दें कि राहुल गांधी समेत विपक्षी दलों के तमाम नेता पीएनबी घोटाला मामले में प्रधानमंत्री से चुप्पी तोड़ने की मांग कर रहे हैं।