प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर बयान दिया। उन्होंने केंद्रीय सतर्कता आयोग के कार्यक्रम में कहा कि एवरेस्ट आचारी को समाज के कटघरे में खड़ा किए जाने का वातावरण बनाना बहुत आवश्यक है। इसके साथ उन्होंने कहा कि ईमानदारी का ठेका लेने वाले कुछ लोग, भ्रष्टाचारियों के साथ फोटो खिंचवाने में भी शर्म नहीं करते। पीएम नरेंद्र मोदी के बयान पर सोशल मीडिया यूजर्स उनकी ही तस्वीर कई लोगों के साथ शेयर कर तंज कसने लगे।

पीएम नरेंद्र मोदी ने दिया ऐसा बयान

भ्रष्टाचारियों के खिलाफ बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं तो देखता हूं कि ईमानदारी का ठेका लेने वाले लोग, भ्रष्टाचारियों के साथ फोटो खिंचवाने में भी शर्म नहीं करते हैं। पीएम ने आगे कहा कि यह स्थिति भारतीय समाज के लिए ठीक नहीं है, ऐसे लोगों को समाज द्वारा कर्तव्य का बोध कराया जाना बहुत आवश्यक है। पीएम ने यह भी कहा कि हमें राजनीति के झंडे पर नहीं चलना है लेकिन देश के सामान्य लोगों को जब मुसीबत हो रही है, उससे मुक्ति दिलाना हमारा कर्तव्य है।

लोगों ने यूं किया कटाक्ष

प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए इस बयान पर सोशल मीडिया यूजर्स और कांग्रेसी नेता उनको घेरते नजर आ रहे हैं। कांग्रेस नेता शैलेंद्र चौधरी ने पीएम नरेंद्र मोदी के साथ खड़े भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की तस्वीर साझा कर लिखा कि आप बिल्कुल सही कह रहे हैं पीएम मोदी जी। महेंद्र नाम के एक यूजर ने वही तस्वीर साझा कर लिखा कि गजब की प्रतिभा है मोदी जी में।

राघवेंद्र नाम के एक यूजर ने आसाराम के साथ खड़े पीएम नरेंद्र मोदी की तस्वीर के साथ कमेंट किया कि नारी सम्मान का ठेका लेने वाले बलात्कारियों के साथ खड़े नजर आते हैं, वाह मोदी जी वाह। अभय नाम के एक यूजर पूछते हैं, ‘मोदी जी खुद के बारे में बात कर रहे हैं क्या?’ अनुभा कुमारी नाम की एक ट्विटर यूजर लिखती हैं, ‘अपनी और अपनी पार्टी का गुणगान कर रहे हैं।’ सुषमा सिंह नाम की एक ट्विटर यूजर द्वारा लिखा गया कि आप अरविंद केजरीवाल की बात कर रहे हैं क्या?

जानकारी के लिए बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध कार्यवाही करने वाले संगठनों को ना तो रक्षात्मक होने की और ना ही अपराध बोध में जीने की जरूरत है। गौरतलब है कि विपक्षी नेताओं के घर सीबीआई और ईडी द्वारा हो रही जांच पर कई तरह के सवाल उठाए जाते रहे हैं। विपक्षी दलों का कहना है कि जांच एजेंसियां सरकार के कहने पर काम करती हैं।