गुरुवार 27 जुलाई पूर्व राष्ट्रपति डॉ. अब्दुल कलाम की दूसरी पुन्य तिथि मनाई जा रही है। इस मौके पर सोशळ मीडिया पर भी यूजर्स देश के इस महान वैज्ञानिक को याद कर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि भेंट कर रहा है। तमाम राजनीतिक दलों से लेकर केंद्रीय मंत्रियों ने भी इस मौके पर डॉ. कलाम को याद किया। सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाले देश के प्रधानमंत्री इस मौके पर डॉ. कलाम को याद करना भूल गए। सोशल मीडिया पर यूजर्स लिख रहे हैं कि नीतीश कुमार के इस्तीफे के मिनट भर में ट्वीट कर बधाई देने वाले प्रधानमंत्री मोदी डॉ. कलाम के लिए कुछ नहीं लिखते। आपको बता दें कि 27 जुलाई 2015 को डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का निधन हो गया था। डॉ. कलाम को याद करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने लिखा कि ये देश हमेशा आपसे प्रेरणा लेता रहेगा। बीजेपी अधअयक्ष अमित शाह ने भी डॉ. कलाम को एक ऐतिहासिक शख्सियत करार देते हुए अपनी श्रद्धांजलि दी।

बीजेपी की तरफ से तमाम नेताओं द्वारा डॉ. कलाम को श्रद्धांजलि देने के बाद सोशल मीडिया पर ये सवाल उठने लगा कि पीएम ने स्वर्गीय कलाम के लिए कोई ट्वीट नहीं किया जबकि नीतीश कुमार के लिए तुरंत ट्वीट कर बैठे थे।

खबर लिखे जाने तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऑफिशियल फेसबुक या ट्विटर अकाउंट से डॉ. कलाम के लिए किसी भी तरह का कोई मैसेज पब्लिश नहीं किया गया। हालांकि पीएम मोदी ने रामेश्वरम में उनके पैतृक गांव में जाकर पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम की दूसरी पुण्यतिथि पर ए पी जे अब्दुल कलाम स्मारक का उद्घाटन किया।

देश के प्रधानमंत्री इस मौके पर डॉ. कलाम को याद करना भूल गए। सोशल मीडिया पर यूजर्स लिख रहे हैं कि नीतीश कुमार के इस्तीफे के मिनट भर में ट्वीट कर बधाई देने वाले प्रधानमंत्री मोदी डॉ. कलाम के लिए कुछ नहीं लिखते। आपको बता दें कि 27 जुलाई 2015 को डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का निधन हो गया था। डॉ. कलाम को याद करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने लिखा कि ये देश हमेशा आपसे प्रेरणा लेता रहेगा। बीजेपी अधअयक्ष अमित शाह ने भी डॉ. कलाम को एक ऐतिहासिक शख्सियत करार देते हुए अपनी श्रद्धांजलि दी।