प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में गए तो खुद को रोक नहीं सके और मशीनों पर कसरत करने लगे। कांग्रेस नेता श्रीनिवास बीवी ने तंज कसते हुए कहा कि दुर्लभ तस्वीर। उधर, सोशल मीडिया पर भी लोगों को पीएम का ये अंदाज रास नहीं आया। लोगों ने उन पर जमकर तंज कसे।

विजयपाल सिंह ने लिखा- पीछे खड़े सज्जन अब इनकी खैर नहीं फोटो खराब कर दी साहेब की। सैय्यद हुसैन ने लिखा कि दुर्लभ प्रजाति का जानवर भी है ये रंगा सियार। रंग बदलने में गिरगिट भी इसका चेला है। नरेंद्र सिंह ने कहा कि बिन सावन झूला झूलू, में कैमरा कैसे भूलूं। पीयूष कांत ने तंज कसते हुए कहा कि परिधानमंत्री जी लगातार पम्प कर रहे हैं…शुरुआत तो 2014 से ही हो गया था। खैर दुर्लभ तस्वीर!

घनश्याम ने गुस्से में लिखा कि ये अपनी मजाक अपने आप उड़वाता है क्योंकि ये सोचता है जो मैं कर रहा हूँ वही सही है। एक ने लिखा- ये मशीन तो ठीक है, कैमेरा भी ठीक है लेकिन बैलेंसिंग के वैट 56kh की जगह 5.6kg ही रखे हैं। एक और का कहना था कि मोई जी आंखों पर पट्टी बांध कर देश चला रहे हैं और भक्त ताली बजा रहे हैं। देवेंद्र यादव ने लिखा- अब कहीं साहब ये ना कहने लगे कि मैंने भी कई बार वेटलिफ्टिंग में ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व किया है। मोदी है तो कुछ भी मुमकिन है।

हेमेंद्र मालवीया ने लिखा- ये अंधभक्तों का नमूना है,, आज अंधमुर्खो के लिए फिर एक नई दुर्लभ तस्वीर पेश हुई है। एक ने लिखा- दुर्लभ तस्वीर. दोनों के मास्क देखो। एक और ने चुटकी लेते हुए कहा कि हो सकता है किसी ने चुनाव जीतने का टोटका बताया हो।

एक ने शायराना अंदाज में लिखा कि वो मोदी मौतों का खेल खेलते हैं बस राजनीति चमकाने को। वो जनता को गोट समझते हैं अपनी शतरंज बिछाने को। वो क्या जाने जनता की पीड़ा, जो जनता को केवल मोहरा समझें, जो होते हैं पिटवाने को। एक ने कहा- बहुरूपिए को केवल नकल करना है। कुछ दिन मे मंच पर जूठ का झोला खोलेगा ही साथ में पुशअप भी लगाने की नकल करेगा।

नवनीत बख्शी ने लिखा- कला बता रही है कितने पारंगत हैं साहब। ललित कुमार ने पलटवार करते हुए कहा कि तभी तो अमेठी की जनता ने 2019 में राहुल गांधी को हराकर यह साबित कर दिया कि वह इस कला में कितनी पारंगत हो चुकी है। उनका कहना था कि हां यह बात सही है कि महात्मा गांधी ने आजादी इस दिन के लिए नहीं लाई थी तभी तो महात्मा गांधी ने आजादी के बाद कांग्रेस को कह दिया था कि आप उसे भंग हो जाना चाहिए.कांग्रेस को चाहिए कि उन्हें महात्मा गांधी की अंतिम इच्छा पूरी करनी चाहिए।