सोशल मीडिया पर कब, क्या वायरल हो जाएगा, कहना मुश्किल है। नामी हस्तियों के साथ तो और समस्या है। नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई की कथित तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इस तस्वीर में ‘मलाला’ जींस और जैकेट पहने नजर आ रही हैं, और इसे लेकर पाकिस्तानी यूजर्स के बीच अलग ही बहस छिड़ गई है। हालांकि अभी तक यह पुष्टि नहीं हो सकी है कि तस्वीर में दिख रही लड़की मलाला ही हैं, मगर लोगों ने सच्चाई जाने बिना ही मलाला को लानत भेजनी शुरू कर दी है। यह तस्वीर शुरुआत में एक पाकिस्तानी फेसबुक ग्रुप Siasat.pk पर पोस्ट की गई। इसके साथ लिखा गया है, ”यूके में मलाला यूसुफजई”। फोटो पर 24 घंटे में 2800 से ज्यादा शेयर हो चुके हैं और 1700 से ज्यादा लोगों ने कमेंट किया है। अब यही तस्वीर ट्विटर व इंस्टाग्राम पर भी पोस्ट की जा रही है। पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार ने भी इसी फोटो को ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘आखिरकार मलाला की एक ऐसी तस्वीर जहां वह एक आम हिला हैं। ये काफी असाधारण बात है कि उनका सिर हमेशा ढका रहता है।’
फेसबुक पर आए कमेंट्स में कई लोगों ने कहा कि वह तस्वीर मलाला की है, यह साफ नहीं है। मगर बहुत से यूजर्स ने मलाला को ट्रोल करना शुरू कर दिया। जींस पहनने को लेकर भी कई यूजर्स ने कड़ी टिप्पणियां की। कई यूजर्स ने मलाला का मजाक उड़ाया और उनकी तुलना वयस्क फिल्मों की अभिनेत्री मिया खलीफा से कर डाली। वहीं कुछ ने पूछा कि ‘आखिर वह अपना स्कार्फ कब छोड़ेंगी?’
Finally, a picture of @Malala where she is just being a normal young woman
It's quite remarkable how her head is always covered… pic.twitter.com/IIkTjaygxl— Mehr Tarar (@MehrTarar) October 15, 2017
Blessing your timeline.#Malala my hero ❤ pic.twitter.com/yBSkmhcmwx
— Sadaf Alvi (@SadafAlvi) October 15, 2017
मलाला यूसुफजई ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रही है। वे यहां दर्शनशास्त्र, राजनीति व अर्थशास्त्र पढ़ेंगी। मलाला ने मार्च में बताया था कि ए लेवल में तीन ए पाने की शर्त पर उन्हें ब्रिटेन के विश्वविद्यालय से तीन विषयों को पढ़ने का प्रस्ताव मिला है।
देखें लोगों के कमेंट्स:
मलाला पाकिस्तान में 2012 में लड़कियों के शिक्षा के अधिकार के अभियान के दौरान तालिबान के हमले का शिकार हुई थीं। इस घटना के बाद वह अंतर्राष्ट्रीय रूप से चर्चा में आईं। इसके बाद वह अपने परिवार के साथ बर्मिघम चली गईं। मलाला को 17 साल की उम्र में 2014 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके बाद से वह मानव अधिकारों व शिक्षा की लड़ाई का एक प्रतीक बन गईं।