उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के नतीजों के लिए मतगणना जारी है। यूपी के शुरुआती रुझानों में बीजेपी लगातार बढ़त बनाए हुए है। इसी बीच सोशल मीडिया पर लोग भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत को ट्रोल कर रहे हैं। सोशल मीडिया यूजर्स का कहना है कि किसान आंदोलन का यूपी चुनाव पर कोई असर नहीं हुआ है।
सोशल मीडिया पर कमेंट : पत्रकार दीपक चौरसिया ने कमेंट किया कि प्रायोजित किसान आंदोलन या चुनाव परिणामों ने साबित कर दिया है। पंजाब में कांग्रेस का सूपड़ा साफ होना और यूपी में बीजेपी की जीत और विपक्ष की हार, किसान आंदोलन को एक तरह से एजेंडा, प्रोपेगेंडा साबित कर रहा है। पत्रकार अशोक श्रीवास्तव लिखते हैं – पश्चिम यूपी ने कथित किसान नेता टिकैत के बक्कल तार दिए।
उन्होंने आगे लिखा कि राकेश टिकैत के इशारे पर पश्चिम उत्तर प्रदेश में टिकट के लोग भाजपा उम्मीदवारों को गांव से खदेड़ रहे थे लेकिन जनता ने दिखा दिया कि वह योगी मोदी के साथ हैं। विजय पटेल नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि राकेश टिकैत ट्रैक्टर लेकर अब कहां जाएगा? अजय शेरावत नाम के एक यूजर ने लिखा कि बक्कल तार दिया राकेश टिकैत का।
रोहित रंजन नाम के ट्विटर अकाउंट से पूछा गया कि राकेश टिकैत कहीं नजर आया क्या ‘हैंडपंप’ चलाते हुए। सूरज नाम के एक यूजर लिखते हैं कि राकेश टिकैत को को ‘कोको’ गई। लोकेंद्र पाराशर लिखते हैं – आज तो राकेश टिकैत भगवा पगड़ी पहन कर टीवी पर बैठे हैं। पूजा सिंह राजपूत लिखती हैं कि अब तुम्हारा क्या होगा राकेश टिकैत साहब।
अनुभव सिंह लिखते हैं कि राकेश टिकैत के गढ़ में भी बीजेपी आगे है और फतवा देने वाले देवबंद में भी भाजपा आगे है। ऐसी खबरें अटैक दिलवा सकती हैं। जानकारी के लिए बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कानून के विरोध में किसान नेताओं ने लगभग 1 साल तक आंदोलन किया था। किसान आंदोलन को लेकर अंदाजा लगाया जा रहा था कि इसका असर यूपी चुनाव पर ही होगा।