पाकिस्‍तान में फलस्‍तीन के राजदूत वलीद अबू अली को रावलपिंडी में हुई आतंकी हाफिज सईद की रैली में देखा गया। हाफिज सईद कुख्‍यात आतंकी संगठन लश्‍कर-ए-तैयबा का सह-संस्‍थापक है जिसने 2008 में मुंबई हमले को अंजाम दिया था। इस हमले में 160 से ज्‍यादा लोगों की जान चली गई थी। फलस्‍तीनी राजदूत ने रावलपिंडी के लियाकत बाग में दिफा-ए-पाकिस्‍तान काउंसिल द्वारा आयोजित रैली में हाफिज के साथ मंच भी साझा किया और वहां मौजूद लोगों से तकरीर की। 2012 में बना यह संगठन पाकिस्‍तान के इस्‍लामिक समूहों का एक गठबंधन है। यह संगठन पाकिस्‍तान में अमेरिका से सभी रिश्‍ते तोड़ने और भारत से रिश्‍तों में किसी भी तरह की गर्मजोशी पनपने का पक्षधर है। जमात-उद-दावा (जेयूडी) प्रमुख हाफिज सईद पर आतंकी गतिविधियों में उसकी भूमिका के लिए अमेरिका ने एक करोड़ डॉलर का इनाम रखा हुआ है। उसे 24 नवंबर को 10 महीने की नजरबंदी के बाद लाहौर उच्च न्यायालय ने रिहा कर दिया था।

हाफिज सईद ने ऐलान किया है कि वह पाकिस्‍तान में चुनाव लड़ेगा। इसके लिए उसने मिल्ली मुस्लिम लीग (एमएमएल) नाम से एक राजनैतिक पार्टी भी बनाई है। सोशल मीडिया पर फलस्‍तीनी राजदूत के साथ आतंकी को देखकर भारतीय यूजर्स भड़क गए। दरअसल, भारत ने हाल ही में संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा में इजरायल को दरकिनार कर फलस्‍तीन का साथ दिया था। बहुत से यूजर्स ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज को टैग कर खूब खरी-खोटी सुनाई और इजरायल नीति में बदलाव की मांग करने लगे।

दरअसल इसी महीने, संयुक्त राष्ट्र महासभा में जेरूसलम को इजरायल की राजधानी का दर्जा देने के अमेरिका के फैसले को रद्द करने की मांग वाले प्रस्ताव के पक्ष में भारत सहित 128 देशों ने वोट किया था। ट्रंप ने इस प्रस्ताव का समर्थन करने वाले देशों को आर्थिक मदद रोकने की धमकी दी थी। इसे लेकर विपक्ष की ओर से नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना भी हुई थी।