पाकिस्तान के उच्च शिक्षा आयोग के एक फैसले की खूब आलोचना हो रही है। पाक उच्च शिक्षा आयोग ने शैक्षणिक संस्थानों में होली खेलने पर बैन लगा दिया गया है। इसका असर पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों पर पड़ सकता है। हालांकि पाकिस्तान उच्च शिक्षा आयोग के इस फैसले का विरोध हो रहा है।
पाकिस्तान में छात्र नहीं खेल पाएंगे होली
जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान के उच्च शिक्षा आयोग ने सभी शैक्षणिक संस्थानों में होली समारोह पर यह कहते हुए प्रतिबंध लगा दिया है कि इस तरह की गतिविधियां देश के सामाजिक-सांस्कृतिक मूल्यों से पूरी तरह अलग हैं और देश की इस्लामी पहचान का क्षरण हैं। सोशल मीडिया पर लोगों की इस खबर पर प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
सोशल मीडिया पर आ रहे ऐसे रिएक्शन
@LawyerSoni ने लिखा, “जो लोग हिंसक या खूनी होली समारोह में भाग लेते हैं, वे पारंपरिक, रंगीन होली उत्सव से भयभीत हो सकते हैं।” @ImRohitDwi143 ने लिखा कि भारत में होली, ईद, क्रिसमस सब मना सकते हैं, यही वजह है कि हमारा भारत महान है। एक यूजर ने लिखा कि होली का रंग खरीदने के लिए भी पैसे होने चाहिए ना, वैसे भी इस वक्त पाकिस्तान की हालत बेहद खराब है।
@ShivamT66647979 ने लिखा, “भारत की खूबसूरती देखिए, यहां लोगों को मक्का मदीना भेजा जाता है।” एक यूजर ने लिखा, “ऐसे तो डांस, गाना सब पर बैन लगा देना चाहिए क्योंकि इस्लाम तो यह भी हराम है।” एक अन्य यूजर ने लिखा, “हमारा देश इसीलिए तो महान है क्योंकि यहां किसी तरह का बैन नहीं लगता, जब तक कि आप दूसरों के लिए खतरा ना बन जाएं. मेरा भारत महान।”
पाकिस्तान के उच्च शिक्षा आयोग द्वारा शैक्षणिक संस्थानों पर होली पर प्रतिबंध तब लगाया जब 12 जून को इस्लामाबाद स्थित कायदे-ए-आजम यूनिवर्सिटी में होली का महोत्सव आयोजित हुआ था। इस कार्यक्रम का आयोजन मेहरान स्टूडेंट काउंसिल की तरफ से किया गया था जो यूनिवर्सिटी का गैर-राजनीतिक सांस्कृतिक संगठन है। इस आयोजन का जमकर विरोध किया हुआ था और अब बैन लगाने का फैसला लिया गया है।