दिल्ली से सटे गुरुग्राम में स्कूल बस पर करणी सेना द्वारा हमले पर बॉलीवुड ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। एक्टर फरहान अख्तर ने करणी सेना की तुलना आतंकवादियों से की है और उन्हें इसी नाम से पुकारे जाने की अपील की है। फरहान अख्तर ने ट्वीट किया, ‘स्कूल बस पर हमला करना आंदोलन नहीं है। यह आतंकवाद है। जिन लोगों ने यह किया वे आतंकवादी हैं। कृपया उनको यही कहें।’ हालांकि ट्विटर पर इस ट्वीट के लिए फरहान अख्तर को लोगों ने खरी-खोटी सुनाई। यूजर्स पुरानी वारदातों का हमला देकर फरहान अख्तर से पूछने लगे कि बताइए यह क्या है। धीरेन्द्र नाम के यूजर ने लिखा, ‘हा भाई, वो लोग तो terrorist हैं. और जो अल्लाह हु अकबर करके लोगों के सर काटते हैं वो अल्लाह के फरिश्ते वाह वाह।’ एक यूजर ने कहा, ‘वैसे आप उन्हें क्या कहेंगे जो नेशनल एंथम गाने का विरोध करते हैं और कश्मीर अलगाववाद का विरोध करते हैं। ‘ एक यूजर ने कहा, ‘हमने केरल के आतंकवादियों के खिलाफ इन्हें बोलते कभी नहीं सुना, जो बच्चों के सामने लोगों को मार देते हैं।’
Attacking a school bus is not an agitation. It is terrorism. The people who did it are terrorists. Please refer to them as such.
— Farhan Akhtar (@FarOutAkhtar) January 25, 2018
कुछ यूजर्स ने फरहान अख्तर को कहा कि पहले आप ‘आतंकवाद’ को परिभाषित करिए। सुभाष सक्सेना ने राय दी, ‘कृपया आतंकवाद को परिभाषित करें फिर विरोध करें, आपने प्रदर्शनकारियों को निर्दोष लोगों को मारते कहां देखा।’ एक यूजर ने लिखा, ‘यह आतंकवाद नही अराजक तत्वों की हिंसा है, मूर्ख व्यक्ति आतंकवाद और आतंकवादी की परिभाषा का अध्ययन करो।’ एक यूजर ने मुंबई के आजाद मैदान हिंसा का जिक्र करते हुए लिखा, ‘ आपका आजाद मैदान दंगों के बारे में, जहां महिला पुलिस कर्मियों के साथ छेड़छाड़ की गई थी, बेरहमी से हमला किया गया और आतंकित किया गया, तुम और तुम्हारे पापा ने उसकी निंदा नहीं की, लेकिन उस अंधेरे दिन के बारे में जिस महिला पुलिसकर्मी ने कविता लिखी उसे तुरंत बदनाम करने लग गये।’ एक यूजर ने लिखा, ‘कोई ट्वीट अगर ऐसे मामलों में भी किया हो तो बताओ।’
26/11 वाले और पाकिस्तान में स्कूल में 300 बच्चो का कातिल तुम्हारे #पैगम्बर के #दूत थे।
— staunch indian (@sukomal_kant) January 25, 2018
what about the Azad Maidan riots where policewomen were molested, brutally attacked and commoners terrorized…u & ur papa didn’t condemn that, but were quick to vilify a policewoman who wrote a poem about that dark day?
— Vikram (@vikrams09) January 25, 2018
यह आतंकवाद नही अराजक तत्वों की हिंसा है,मूर्ख व्यक्ति आतंकवाद और आतंकवादी की परिभाषा का अध्ययन करो।
— Thakur Yogendra singh (@makhibrothers) January 25, 2018
संत ख़िलजी का उदार हृदय ही था जिसने अपने पुरूष प्रेम को महिलाओं को हरम सुख का सत्संग प्राप्त करने से वंचित नहीं होने दिया। महात्मा ख़िलजी सत्य ही स्त्री-पुरुष, किशोर-वृद्ध की परिभाषा से परे महामानव थे।
— अरविंद सिंह असहिसुण (@rajput_bihar) January 25, 2018
हा भाई,,वो लोग तो terrorist है,,,और जो अल्लाह हु अकबर करके लोगो के सर काटते है वो अल्लाह के फ़रिश्ते,,वाह वाह #BanPadmavat
— dhirendra khichi (@SinghKhic) January 25, 2018
संत ख़िलजी का उदार हृदय ही था जिसने अपने पुरूष प्रेम को महिलाओं को हरम सुख का सत्संग प्राप्त करने से वंचित नहीं होने दिया। महात्मा ख़िलजी सत्य ही स्त्री-पुरुष, किशोर-वृद्ध की परिभाषा से परे महामानव थे।
— अरविंद सिंह असहिसुण (@rajput_bihar) January 25, 2018
waise aap unhe Kya kahenge jo national anthem gane koKashmir algaowad ko supportjnucase etc per bhi tweet ke liye samay nikal liya karo
— 5663 254 328 (@vikramessar9) January 25, 2018
Please define terrorism Mr. Akhtar and Protest. When did you see protesters killing innocent people.
— Subhash Saxena (@soulofsubhash) January 25, 2018
