OYO के फाउंडर और ग्रुप सीईओ रितेश अग्रवाल युवाओं के बीच एक प्रेरणा बनकर उभरे हैं। 19 साल की उम्र में ओयो की शुरुआत करने वाले रितेश अग्रवाल उड़ीसा के रहने वाले हैं। एक टीवी कार्यक्रम में पहुंचे रितेश अग्रवाल से मशहूर लेखक चेतन भगत ने सवाल किया कि ओयो रूम की बुकिंग सबसे ज्यादा कौन लोग करते हैं? जिसका उन्होंने जवाब दिया।

दरअसल, रितेश अग्रवाल ‘एबीपी न्यूज़’ के कार्यक्रम ‘आइडियाज ऑफ इंडिया’ में पहुंचे थे। इस दौरान चेतन भगत ने रितेश अग्रवाल से पूछा कि ओयो रूम का इस्तेमाल सबसे ज्यादा क्यों किया जाता है? रितेश अग्रवाल ने इसके जवाब में कहा कि कोरोना महामारी के बाद हमने पिछले 4 हफ्ते में देखा है कि बहुत सारे लोगों ने मंदिर की ओर रुख किया है। मंदिर या घूमने जाने वाले ही ज्यादातर लोग ओयो रूम बुक करते हैं।

रितेश अग्रवाल ने आगे बताया कि इस देश में कुछ साल पहले अपनी पत्नी के साथ ट्रैवल करने वाले लोगों के साथ समस्या आती थी। कुछ होटल में मैरिज सर्टिफिकेट दिखाने के बाद ही उन्हें रूम दिया जाता था। अपनी कंपनी की बात करते हुए रितेश ने कहा कि अब ऐसा हो गया है कि लोग बिना जज किए आपको रूम दे देते हैं। इसकी वजह से लोगों को बहुत सारी सहूलियत मिल रही है।

उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि मैंने सुना था कि पहाड़गंज में सूटकेस और आप के कपड़ों का स्टाइल देखकर रूम का किराया बताया जाता था। अब समय बदला है। अब इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपने कैसा कपड़ा पहना हुआ है। अगर आप कमरे का किराया भर सकते हैं तो आप कमरा ले लीजिए।

उनके द्वारा रितेश अग्रवाल ने इस बात का भी जवाब दिया कि उन्होंने पहले कंपनी बनाई थी या फिर गर्लफ्रेंड। उन्होंने बताया कि 2018 तक ओयो केवल भारत में था लेकिन 2020 में कोरोना आया तो हमने इसे चुनौती के तौर पर लेते हुए अपने काम को आगे बढ़ाया। इसके साथ ही उन्होंने यह भी जानकारी दी कि 40% ग्राहक ऐसे हैं जो केवल कामकाज के लिए किसी दूसरे शहर में आते हैं और रात का आराम ओयो रूम में करके अगले दिन चले जाते हैं।