राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया जारी है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने विपक्षी दल के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के बजाय एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि उन्हें यशवंत सिन्हा की ओर से नहीं बुलाया गया था। उनके इस बयान पर लोग तरह – तरह के कमेंट कर रहे हैं।

ओमप्रकाश राजभर का बयान : अखिलेश यादव के साथ चल रहे नाराजगी के बीच ओपी राजभर ने द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार का समर्थन करेगी। ओपी राजभर ने बताया कि गृह मंत्री अमित शाह ने उनसे कहा है कि वह द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करें। इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि द्रौपदी मुर्मू के साथ डिनर पार्टी में उन्हें यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुलाया था जबकि अखिलेश की ओर से नहीं बुलाया गया था।

यूजर्स के रिएक्शन : जुनैद नाम के ट्विटर यूजर ने तंज कसते हुए लिखा – यशवंत सिन्हा की ओर से तुम्हें फॉर्च्यूनर नहीं दी गई है इसलिए द्रौपदी को सपोर्ट कर रहे हो क्योंकि उन्होंने फॉर्च्यूनर दे दी होगी। विजय नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि क्यों देश को बर्बाद कर रहे हो। पढ़े-लिखे व्यक्ति को वोट दो। रंजीत राय नाम के टि्वटर हैंडल से लिखा गया कि इनकी राजनीतिक विचारधारा क्या है, किसी को नहीं पता है। बिन पेंदी के लोटा हैं।

शुभम नाम के एक यूजर ने पूछा कि चाचा आप ईडी से डर गए हैं क्या? जितेंद्र कुमार लिखते हैं – डर गए हैं राजभर जी आप, आपके विधायक नहीं डरे हैं, वह यशवंत सिन्हा को ही वोट करेंगे। अमित कुमार नाम के एक यूजर द्वारा लिखा गया कि, ‘ये सारे नेता मौकापरस्त हैं, अपने बच्चों को और अपने लिए नेतागिरी कर रहे हैं। इन्हें राजनीति से कोई भी मतलब नहीं है।’ संजय दीप यादव ने कमेंट किया – लोकतंत्र और संविधान को खतरे में बताने वाले जब मौका मिला तो उसे ही कुचल कर चल दिए।’

बसपा के साथ जाएंगे ओपी राजभर? : समाजवादी पार्टी के साथ सियासी दोस्ती ठीक ना होने पर ओपी राजभर ने कहा है कि वह अभी इस समय अखिलेश यादव के साथ ही हैं। जिस दिन अखिलेश कहेंगे कि वह अपने साथ नहीं रखेंगे, तो वह मायावती के साथ गठबंधन की बात करेंगे।

राष्ट्रपति चुनाव पर अखिलेश यादव ने कही यह बात : राष्ट्रपति चुनाव में वोट देने के बाद समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने ओमप्रकाश राजभर पर कहा कि जाने वालों को कोई रोक नहीं सकता है। इसके साथ ही उन्होंने चाचा शिवपाल यादव पर कहा कि दिल्ली से चिट्ठी पॉलिटिक्स चलाई जा रही है। चाचा से चिट्ठी लिखवाई गई है।