उड़ीसा के बालासोर में हुए ट्रेन एक्सीडेंट के बाद केंद्रीय रेल मंत्री घटनास्थल पर पहुंचे। लगातार वह घटना से जुड़े अपडेट ले रहे हैं। हाई लेवल समिति का गठन कर जांच की बात कही है। हालांकि उनकी फोटो और वीडियो शेयर कर कुछ लोग सोशल मीडिया पर उन्हें ट्रोल कर रहे हैं। इतना ही नहीं, विपक्ष के कई नेताओं ने इस्तीफे की मांग की है।

लोगों के निशाने पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव

घटना के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव मौके पर रवाना हो गए थे। सुबह-सुबह ही वह घटनास्थल पर पहुंचे और बोगियों के बीच घुसकर वह जायजा लेते नजर आये। जिसका फोटो और वीडियो शेयर कर विरोधी उन पर तंज कस रहे हैं तो कुछ इस्तीफा मांग रहे हैं।

पूर्व IAS ने किया ट्वीट

पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने लिखा, “ट्रेन के नीचे घुसे फोटोग्राफी करा रहे, रेलमंत्री जी…ये रोग सब को लगा दिया, साहब ने। शर्म और नैतिकता से इस्तीफा क्या देंगे, यहां तो बलात्कार का आरोपी MP, थार से कुचलने का आरोपी मंत्री तक इस्तीफा नहीं देते।”

एक अन्य ट्वीट में पूर्व IAS सूर्य प्रताप सिंह ने लिखा, “कभी रेलमंत्री ज़िम्मेदारी लेकर इस्तीफा दिया करते थे। आज कोई ऐसा करेगा? खैर बेचारे रेलमंत्री को तो दो डिब्बे की ट्रेन तक को हरी झंडी दिखाने का मौका नहीं मिलता, नाम भर के हैं।”

अन्य लोगों की प्रतिक्रियाएं

सीपीआई सांसद बिनोय विश्वम ने कहा, “सरकार का फोकस सिर्फ लग्जरी ट्रेनों पर है। आम लोगों की रेलगाड़ियों और पटरियों की उपेक्षा की जाती है। ओडिशा में मौतें उसी का परिणाम हैं।” इसके साथ ही उन्होंने कहा कि रेल मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा, “मेरा दिल उन परिवारों के साथ है जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं और अगर अंतरात्मा की आवाज बाकी है तो रेल मंत्री को अब इस्तीफा दे देना चाहिए।”

@DrVermaAshutosh यूजर ने लिखा,”बालासोर ट्रेन हादसे में अब तक 280 लोग दफन हो चुके हैं। बुलेट ट्रेन का सपना बेचने वाली मोदी सरकार का ये सबसे बड़ा सिस्टम फेल्योर है। अभी एक कोई इस्तीफा नहीं आया?” एक यूजर ने लिखा, “पहले एक मालगाड़ी का डिब्बा भी पटरी से उतर जाता था तो मीडिया प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ही नहीं सोनिया और राहुल से इस्तीफा और जवाब मांगने लगता था। आज वे एक्सीडेंट का बचाव कर रहे हैं। गंभीर अपराध के कारणों को बताना अपराध को जस्टिफाई करने जैसा होता है।”