मेट्रो सिटी में तमाम लोग किराये के घर में रहते हैं लेकिन बैचलर्स को सबसे आधिक परेशान का सामना करना पड़ता है। अगर घर मिलता भी है तो उन्हें तमाम के कागजात, प्रूफ और नियम-कानून मानने पड़ते हैं। ट्विटर पर एक यूजर ने दावा किया है उसके 12वीं के नम्बर देखकर उसे मकान मालिक ने घर किराए पर देने से मना कर दिया। यूजर ने व्हाट्सएप्प पर हुई बातचीत का स्क्रीनशॉट शेयर किया है।

व्हाट्सएप्प चैट हो रही वायरल

@kadaipaneeeer यूजर ने व्हाट्सएप्प पर किराए के घर के लिए मकान मालिक के साथ हुई बातचीत का स्क्रीनशॉट शेयर किया है। जिसमें मकान मालिक की तरफ से लिंकडइन का प्रोफाइल, ट्विटर के अकाउंट के बारे में जानकारी मांगी गई। साथ ही युवक से 10-12 के सर्टिफिकेट मांगे गए। युवक ने अपने सारे डॉक्यूमेंट भेज भी दिए। हालांकि उसे यह कहकर मकान देने से मना कर दिया गया क्योंकि उसके बारहवीं में नम्बर 75 प्रतिशत थे। मकान मालिक को 90 प्रतिशत से अधिक नंबर लाने वाले युवकों को घर देने का प्लान था।

12 रिजल्ट का जिक्र घर देने से किया इंकार

@kadaipaneeeer यूजर ने लिखा कि मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि मेरे चचेरे भाई को मालिक द्वारा किराए के फ्लैट के लिए मना कर दिया गया क्योंकि उसे 12 वीं कक्षा में 76% अंक मिले थे और मालिक कम से कम 90% की उम्मीद कर रहा था। एक यूजर ने लिखा कि ऐसे तो मेरा रिजल्ट ऐसा है कि मुझे कोई घर ही नहीं देगा। पुलकित नाम के यूजर ने लिखा कि मुझसे ऐसा कुछ नहीं मांगा था बस आधार कार्ड से काम हो गया था।

एक अन्य यूजर ने लिखा कि मेरे मकान मालिक ने मुझसे सख्ती से कहा कि अगर सीजीपीए 8.5 से नीचे गया तो समान पैक करके पहली फुर्सत में ही निकल जाना। @hatefreeworldX यूजर ने लिखा कि हो सकता है मकान मालिक अपने बच्चों के लिए एक अच्छा ट्यूटर भी खोज रहा हो। एक अन्य यूजर ने लिखा कि हो सकता है इनका सोशल मीडिया प्रोफाइल देखकर ही मकान मालिक ने रिजेक्ट कर दिया हो।

बता दें कि बातचीत की तस्वीर को ट्वीट कर कैप्शन में लिखा गया है- “परीक्षा के रिजल्ट आपका भविष्य तय नहीं करते हैं, लेकिन यह निश्चित रूप से तय करते हैं कि आपको बंगलौर में फ्लैट मिलेगा या नहीं”। सोशल मीडिया पर यह ट्वीट वायरल हो रहा है तो कोई इसे मजाक कह रहा है तो कुछ लोग इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।