बिहार में 7 जनवरी से जाति आधारित जनगणना (Bihar Caste Census) शुरू हो गई है। इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्वीट (Nitish Kumar Tweet) के जरिए कहा कि जातिगत जनगणना होने से राज्य तेजी से आगे बढ़ पाएगा। नीतीश कुमार द्वारा किए गए इस ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स कई तरह के सवाल पूछते नजर आ रहे हैं। कुछ लोगों ने पूछा कि इतने सालों से सरकार थी तो यह बात समझ में क्यों नहीं आई थी?

नीतीश कुमार ने किया ऐसा ट्वीट

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, “जाति आधारित गणना लोगों की तरक्की और उनके आर्थिक विकास के लिए जरूरी है। जाति आधारित गणना शुरू हो गई है। सभी जाति-धर्म के लोगों की स्थिति अच्छी होगी तभी राज्य आगे बढ़ेगा। सभी राज्य विकसित होंगे तभी देश विकसित होगा।”

सोशल मीडिया यूजर्स के कमेंट

@IamRaviprashant नाम के एक यूजर ने कमेंट किया,”डियर मुख्यमंत्री जी, जब आपको मालूम था कि विकास की असली कुंजी यही है तो इतने सालों से बिहार के लोगों को क्यों मूर्ख बनाया? जहां सभी राज्यों में उद्योग और कारख़ाने लगाये जा रहे है। वहीं हमारे बिहार में लोगों से जाति पूछा जा रहा है कि तुम कौन जात से हो?”@UTKARSH नाम के एक यूजर ने लिखा- यह क्यों नहीं कहते श्रीमान जी कि अपनी राजनीति चमकाने के लिए हिंदू समाज को जाति में बांटना जरूरी है।

@GulabSi97002298 नाम के एक यूजर ने सवाल किया कि शुक्रिया सीएम साहब, आपने बहुत बड़ी हिम्मत दिखाई। ओबीसी सीएम तो और भी है, किन्तु अच्छे काम का बीड़ा आपने ही उठाया। काबिले तारीफ निर्णय। जातीय जनगणना से दूध का दूध, पानी का पानी हो जायेगा। कौन कितना कब्जा किए बैठा है, स्पष्ट हो जायेगा। आपने ऐसा पहले ही क्यों नहीं कर दिया था? @narayan66629 नाम के एक ट्विटर यूजर ने कमेंट किया कि दूसरो की जाति जानने को आप बहुत उत्सुक हैं। हम आपसे पूछ रहे हैं कि आपकी कौन सी जाति है।

जातिगत जनगणना को लेकर बीजेपी ने नीतीश सरकार पर साधा निशाना

बीजेपी नेता विजय सिंगला ने बिहार में हो रही जातिगत जनगणना पर सवाल उठाते हुए कहा कि आज 75 साल की आजादी में अब तक जातिगत जनगणना की बात क्यों नहीं हुई थी? इसके साथ उन्होंने लालू प्रसाद यादव पर खड़ा होकर कहा कि उन्होंने जातीय उन्माद फैलाकर नरसंहार कराया है और नीतीश कुमार भी उसी नक्शे कदम पर चल रहे हैं।