एंकर अमिश देवगन ने अपने सोशल मीडिया हैंडल के जरिए फिल्म अभिनेता अनुपम खेर के एक शो की जानकारी दी। जिस पर कांग्रेस प्रवक्ता राधिका खेड़ा ने तंज कसते हुए कमेंट किया। कांग्रेस प्रवक्ता के जवाब पर एंकर ने भी पलटवार किया। एंकर और कांग्रेस प्रवक्ता के बीच चली ‘ट्विटर वार’ पर आम सोशल मीडिया यूजर भी चुटकी लेते हुए कई तरह की प्रतिक्रिया देने लगे।

एंकर ने किया यह ट्वीट

एंकर ने अनुपम खेर के एक आने वाले शो की जानकारी का पोस्टर शेयर किया। पोस्टर में अनुपम खेर खड़े नजर आ रहे हैं, इसके साथ ही शो का नाम भी लिखा हुआ है। इस पोस्टर के साथ एंकर ने लिखा कि आज 7 बजे। कांग्रेस प्रवक्ता राधिका खेड़ा ने एंकर द्वारा शेयर किए गए पोस्टर पर तंज कसते हुए कमेंट किया, ‘ मतलब भक्त की जगह आज अंधभक्त एंकर होगा।’ इसके साथ ही उन्होंने एक हंसने वाली इमोजी का भी प्रयोग किया।

पत्रकार ने दिया जवाब

राधिका खेड़ा द्वारा किए गए कमेंट पर एंकर ने लिखा कि देश भक्ति से बड़ी परेशानी है आपको। इन दोनों के बीच हुए तू तू मैं मैं पर आम सोशल मीडिया यूजर्स कई तरह के रिएक्शन देने लगे। कुछ लोगों ने एंकर के सपोर्ट में कमेंट किया तो वहीं कुछ लोग कांग्रेस प्रवक्ता राधिका खेड़ा के समर्थन में लिखने लगे। किसी ने एंकर की बातों को सही बताया तो वहीं कुछ लोग कांग्रेस पर निशाना साधने में पीछे नहीं रहे।

लोगों की प्रतिक्रियाएं

तारा ठाकुर नाम की एक यूजर ने लिखा- शाम की होने वाली डिबेट में आपने कांग्रेस प्रवक्ता से परिवारवाद पर उबलता हुआ सवाल पूछ लिया था, मैडम तब तो जवाब नहीं दे पाई थी। अब परेशान होकर बात और अंधभक्त पर उतर आई हैं। श्वेता नाम की एक यूजर लिखती हैं, ‘ जो कश्मीरी हिंदुओं के लिए आवाज़ उठाएं, वह आप लोगों को अंधभक्त ही दिखाई देने लगता है।’ दीपक राणा नाम के ट्विटर यूजर द्वारा लिखा गया- कल ही तो पीएम ने कहा था कि दिल के अंदर जरा सा भी गुलामी का कीड़ा हो तो उसे मार दीजिए, आपको अभी तक समझ नहीं आया?

सौरभ सिन्हा नाम के एक यूजर ने पत्रकार के जवाब पर लिखा कि देश भक्ति से किसी को परेशानी नहीं है, जनता को परेशानी इस बात से है कि उनके सवाल सरकार से नहीं पूछे जाते हैं। बड़े बड़े पत्रकारों की लिस्ट में आने वाले लोग केवल सरकार की तारीफ करते रहते हैं। पवन कुमार नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘ हर वक्त सरकार की भक्ति करना, कब से देश भक्ति में शामिल हो गया है? अभिनव त्रिपाठी नाम के एक यूजर कमेंट करते हैं – देश में बेरोजगारी और महंगाई पर भी कभी कोई चर्चा करेंगे?